सेना की ‘अग्निपथ योजना’ पर विरोध को देखते हुए गृह मंत्रालय भी ने लिया अहम निर्णय

Share:

दिनेश शर्मा “अधिकारी”।

नई दिल्ली । केंद्र सरकार सेना में भर्ती के लिए ‘अग्निपथ योजना’ लाई है| इस योजना के तहत युवाओं को सेना में 4 साल की नौकरी दी जानी है| यही कारण है कि इस योजना का युवाओं द्वारा बड़े स्तर पर विरोध हो रहा है| देश की अलग-अलग जगहों पर युवा जमकर हंगामा कर रहे हैं| युवाओं का हिंसक प्रदर्शन देखने को मिल रहा है| खैर, युवाओं के इस विरोध को देखते हुए अब केंद्रीय गृह मंत्रालय की तरफ से एक बड़ा ऐलान किया गया है|
दरअसल, गृह मंत्रालय ने एक अहम निर्णय लेते हुए ‘अग्निपथ योजना’ के तहत सेना से चार साल में रिटायर होने वाले युवाओं के लिए सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्सेज (CAPFs) और असम राइफल्स की भर्ती में 10 फीसदी का आरक्षण दे दिया है| इसके साथ ही अधिकतम उम्र की सीमा में भी छूट दी गई है| गृह मंत्रालय के अनुसार, अग्निपथ योजना’ के तहत सेना से चार साल में रिटायर होने वाले युवाओं को CAPFs और असम राइफल्स में भर्ती के लिए निर्धारित अधिकतम प्रवेश आयु सीमा में 3 वर्ष की छूट दी जाएगी और अग्निपथ योजना के पहले बैच के लिए यह छूट 5 वर्ष की होगी।
ध्यान रहे कि, इससे पहले जब ‘अग्निपथ योजना’ लॉन्च की गई थी तब सबसे पहले गृह मंत्रालय की ओर से CAPFs और असम राइफल्स भर्ती में अग्निपथ योजना’ के तहत सेना से चार साल में रिटायर होने वाले युवाओं को प्राथमिकता देने की बात कही गई थी| इसके अलावा आपको यह ध्यान रहे कि बीते कल ही रक्षा मंत्रालय ने भी सेना भर्ती के लिए अधिकतम उम्र को बढ़ा दिया है| अब अधिकतम उम्र में फेरबदल करते हुए इसे 21 से 23 कर दिया गया है| यानि अब सेना में भर्ती के लिए 23 साल के तक के युवा अप्लाई कर पाएंगे| लेकिन आपको यहां एक बात बता दें कि उम्र में यह छूट सिर्फ पहली भर्ती के लिए ही दी गई है|
युवाओं का विरोध किस कदर….
आपको बतादें कि, सेना में भर्ती के लिए ‘अग्निपथ योजना’ को लेकर पूरे देश के युवाओं में विरोध की लहर इसकदर दौड़ी हुई है कि वह सड़क पर उतरकर आगजनी-तोड़फोड़ और पत्थरबाजी कर रहे हैं| युवाओं का कहना है कि सरकार ‘अग्निपथ योजना’ को वापिस ले| इसके तहत सेना में मिलने वाली 4 साल की नौकरी उन्हें नहीं चाहिए|
चार साल की नौकरी के बाद 25% को रेगुलर नौकरी…
यह बात ठीक है कि इस योजना के तहत चार साल की नौकरी का प्रावधान है| लेकिन चार साल की नौकरी के बाद सेनाओं में जरुरत के अनुसार 25% प्रतिभाशाली जवानों को रेगुलर भर्ती कर लिया जाता,बाकि जो 75% रिटायर होंगे उनके लिए अन्य सरकारी नौकरियों में प्राथमिकता देने और छूट संबंधी फैसले लिए जा रहे थे|
सेना में अब ‘अग्निवीरों’ का दिखेगा जज्बा और जलवा, केंद्र सरकार ने ‘अग्निपथ योजना’ की लॉन्च, कुछ ऐसी थी भर्ती प्रक्रिया
देश में मंगलवार को एक ऐतिहासिक योजना लांच की गई| जिसका नाम है ‘अग्निपथ योजना’| बतादें कि, इस ‘अग्निपथ योजना’ के माध्यम से भारत की तीन पराक्रमी सेनाओं(थल सेना, वायुसेना और नौसेना) में अब नए तरीके से युवाओं की भर्ती की जाएगी| ‘अग्निपथ योजना’ के तहत जो भी युवा थल सेना, वायुसेना और नौसेना में जायेंगे| उन्हें ‘अग्निवीर’ के नाम से जाना जाएगा|
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि देश के लिए वाकई यह ऐतिहासिक निर्णय है| अग्निपथ योजना का लक्ष्य सैन्य सेवा को यूथफुल बनाना है| अग्निपथ योजना से भारतीय सेनाएं विश्व में बेहतर होंगी| राजनाथ सिंह ने कहा कि सैन्य सेवा में यूथफुल प्रोफाइल से यह फायदा भी होगा कि नई-नई टेक्नोलॉजीज के लिए आसानी से ट्रेंड किया जा सकेगा| सैन्य सेवा में यूथफुल प्रोफाइल होगी तो फिटनेस का लेवल भी बेहतर होगा| आगे देखने में आएगा कि अग्निपथ योजना सैन्य सेवा में बड़ा बदलाव लाएगी|
रोजगार के अवसर बढ़ जायेंगे….
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि ‘अग्निपथ योजना’ से जहां सैन्य सेवा को और मजबूती मिलेगी तो वहीं इस योजना के चलते देश की अर्थ व्यवस्था में भी सुधार आता| रक्षा मंत्री ने कहा कि जब अग्निपथ योजना में अपनी सर्विस पूरी करने के बाद ‘अग्निवीर’ यहां से निकलेंगे तो उनका कद पूरे देश में अलग ही होगा| वे अलग ही पहचाने जायेंगे| वह बेहद हायर स्किल्ड वर्कफोर्स की उपलब्धता वाले होंगे| इसलिए वह अपने कौशल के साथ विभिन्न क्षेत्रों में रोजगार के अवसर ले पाएंगे| बतादें कि, ‘अग्निपथ योजना’ की लॉन्चिग पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ भारत की तीनों सेनाओं(थल सेना, वायुसेना और नौसेना) के चीफ भी मौजूद रहे| जिन्होंने इस योजना को लेकर अपने-अपने विचार रखे| फिलहाल, आइये जानते हैं कि, ‘अग्निपथ योजना’ के तहत सेना में भर्ती का बदला हुआ प्रारूप कैसा था…..?
कुछ ऐसी रहेगी भर्ती प्रक्रिया …..

  1. 17.5 से लेकर 21 साल तक के 10वीं और 12वीं पास युवा ‘अग्निपथ योजना’ के तहत सेना में भर्ती के लिए अप्लाई कर पाएंगे. सेना में भर्ती के पैमानों से कोई समझौत नहीं होगा. जैसे सेना में भर्ती होती है. वैसी ही होगी. फिजिकल, मेडिकल टेस्ट सबकुछ होगा. इसमें आपको खरा उतरना होगा. तभी आप अग्निवीर बन सकते हैं.
  2. अग्निपथ योजना’ के तहत सेना में भर्ती होने वाले युवाओं की नौकरी ट्रेनिंग पीरियड (अधिकतम 6 महीने तक ट्रेनिंग) के साथ 4 साल की ही होगी. हालांकि, बाद में किसी भी सेना में जरुरत के आधार पर 25% अग्निवीरों को उनकी मेरिट के आधार पर परमानेंट सर्विस दी जा सकती है.
  3. ‘अग्निपथ योजना’ के तहत सेना में भर्ती होने वाले युवाओं के पहले साल का सालाना सैलरी पैकेज 4.76 लाख रुपये होगा लेकिन चार साल में यह बढ़कर 6.92 लाख रुपये हो जाएगा.
  4. पेंशन नहीं मिलेगी. मगर ‘सेवा निधि’ का फायदा जरूर मिलेगा. यानि फंड का.अग्निवीरों की मासिक सैलरी का 30% काटा जाएगा. यह 30% रकम सरकार जमा करेगी. चार साल की सर्विस के बाद ‘सेवा निधि’ में जमा यह रकम ब्‍याज सहित दे दी जाएगी. मतलब, 4 साल की सेवा पूरी करने के बाद करीब 11.7 लाख रुपये एकमुश्त ब्याज समेत आपको दिया जाएगा. ये पैसा इनकम टैक्स के दायरे से मुक्त होगा.
  5. सभी अग्निवीरों का 48 लाख रुपये का नॉन-प्रीमियम इंश्‍योरेंस कवर होगा. ड्यूटी के दौरान मृत्‍यु होने पर 44 लाख रुपये की अतिरिक्‍त अनुग्रह राशि मिलेगी. इसके अलावा, परिवार को सेवा निधि सहित चार सालों तक सेवा न किए गए हिस्‍से का भी भुगतान किया जाएगा. मतलब शहीद की बची हुई सेवाकाल की पूरी सैलरी परिवार को मिलेगी.
  6. सेवा के दौरान अगर अग्निवीर दिव्यांग हो जाते हैं तो दिव्यांगता के प्रतिशत के आधार पर उन्हें मुआवजा दिया जाएगा.इसके अलावा सेवा निधि के अलावा बची हुई सेवाकाल की पूरी सैलरी दी जाएगी.

Share: