मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन जिला भ्रमण कार्यक्रम के तहत पहुंचे सिमडेगा कहा-जन-जन तक पहुंच रही हमारी सरकार

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डॉक्टर अजय ओझा।

◆ मुख्यमंत्री ने कहा -आदिवासी- मूलवासियों को उनका हक और अधिकार दे रही सरकार ।

◆ मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा – पूरी ईमानदारी से काम करें ताकि राज्य का समग्र विकास हो सके ।

● झारखंड अलग राज्य आंदोलन के शहीदों के सपनों के अनुरूप झारखंड का नव निर्माण कर रहे हैं ।

● जल जंगल और जमीन झारखंड की अस्मिता से जुड़ा है, इसे बचाने के लिए सरकार कृत संकल्पित : हेमन्त सोरेन ।

रांची / सिमडेगा, 23 जनवरी । जल, जंगल और जमीन झारखंड की पहचान है । यह इस राज्य की अस्मिता से जुड़ा है। ऐसे में सरकार इसे बचाने के लिए कृत संकल्पित है। मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने आज जिला भ्रमण कार्यक्रम के तहत सिमडेगा में ये बातें कही। उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए जरूरी है कि जल जंगल और जमीन के बीच सामंजस्य बैठाते हुए सतत विकास की ओर आगे बढ़े। हमारी सरकार इसी सोच के साथ आगे बढ़ रही है।

अलग राज्य के लिए लंबा संघर्ष चला ।

मुख्यमंत्री ने कहा हमने झारखंड अलग राज्य निर्माण के लिए लंबा संघर्ष किया है। इस आंदोलन में कई आंदोलनकारियों ने अपनी शहादत दी । आज हम अपने शहीदों के सपनों के अनुरूप झारखंड के नव निर्माण की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। इस कड़ी में 1932 का खतियान को हमने विधानसभा से पारित किया तो उसका पूरे राज्य वासियों ने गर्मजोशी से स्वागत किया ।

हमारी कोशिश यही है कि यहां के लोगों को उनका पूरा हक और अधिकार दें। इस सिलसिले में सरकार जो भी जरूरी कदम होगी उसे उठाएगी।

योजनाओं की जमीनी हकीकत की ले रहे जानकारी

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार की योजनाएं कागजों और फाइलों पर सिमटी ना रहे । इसके लिए हम जिला भ्रमण कार्यक्रम पर निकले हैं , ताकि योजनाओं की जमीनी हकीकत की जानकारी ले सके। योजनाओं का लाभ समाज के अंतिम व्यक्ति को मिले, इस पर सरकार विशेष जोर दे रही है। इसी कड़ी में सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के मार्फत आपके दरवाजे पर जाकर ना सिर्फ आपकी समस्याओं का समाधान किया गया बल्कि योजनाओं से भी जोड़ने का काम हुआ । यह सिलसिला आगे भी जारी रहेगा।

किसानों और मजदूरों के हित में चल रही है कई योजनाएं

मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती देने का काम सरकार कह रही है। इस सिलसिले में किसानों और मजदूरों के लिए कई योजनाएं शुरू की गई है, ताकि उन्हें सशक्त बनाने के साथ अपने ही घर में रोजगार उपलब्ध करा सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि जहां कोरोना काल में प्रवासी मजदूरों को हवाई जहाज से वापस लाने के साथ रोजगार उपलब्ध कराने का कार्य सरकार ने किया। वहीं, कम बारिश की वजह से राज्य में जो सूखे की स्थिति उत्पन्न हुई उसमें किसानों को राहत देने के लिए प्रति किसान 3500 रुपए दिए गए।

सरकार की विभिन्न योजनाओं से कराया अवगत

मुख्यमंत्री ने इस मौके पर सरकार द्वारा संचालित सर्व जन पेंशन योजना, मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना, मुख्यमंत्री पशुधन योजना, सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना, दीदी बाड़ी योजना सोना सोना सोबरन धोती साड़ी योजना, फूलों झानो आशीर्वाद योजना जैसी कई योजनाओं की जानकारी लोगों को भी । उन्होंने लोगों से कहा कि इन योजनाओं से जुड़े और दूसरों को भी जुड़ने के लिए प्रेरित करें । उन्होंने कहा कि झारखंड में अब कोई भी बुजुर्ग व्यक्ति बिना पेंशन के नहीं रहेगा । वहीं, बच्चियां पढ़ लिख कर आगे बढ़े, इसके लिए किशोरी समृद्धि योजना समेत कई योजनाओं को सरकार ने शुरू किया है।

इस मौके पर श्रम मंत्री सत्यानंद भोक्ता, सिमडेगा विधायक भूषण बाड़ा, कोलेबिरा विधायक नमन विक्सल कोंगाड़ी , गुमला विधायक भूषण तिर्की, उपायुक्त सिमडेगा श्रीमती आर रॉनीटा, पुलिस अधीक्षक सिमडेगा सौरभ उपस्थित रहे।


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