सीबीआई ने निजी कंपनी के प्रतिनिधि और एनएचएआई के सीजीएम को गिरफ्तार कर आवास से 10 लाख रुपये की रिश्वत की राशि बरामद की
दिनेश शर्मा “अधिकारी”।
नई दिल्ली। सीबीआई ने एनएचएआई के मुख्य महाप्रबंधक और एक निजी व्यक्ति को 10 लाख रुपये की रिश्वत में गिरफ्तार किया और तलाशी के दौरान सीजीएम के परिसर से 20.50 लाख रुपये (लगभग) नकद वसूल किया। केंद्रीय जांच ब्यूरो ने आज मुख्य महाप्रबंधक (तकनीकी) और क्षेत्रीय अधिकारी, एनएचएआई, गांधीनगर (गुजरात) और एक निजी व्यक्ति (मुंबई स्थित निजी कंपनी का एक प्रतिनिधि) को 10 लाख रुपये की रिश्वत में गिरफ्तार किया है। मुख्य महाप्रबंधक (तकनीकी) और क्षेत्रीय अधिकारी-एनएचएआई, गांधीनगर के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था; मुंबई स्थित निजी कंपनी के प्रबंधक निदेशक और उक्त निजी कंपनी के एक अधिकारी; अहमदाबाद स्थित निजी कंपनी के एमडी और उक्त निजी कंपनी के एक अधिकारी; गांधीनगर स्थित एक अन्य निजी कंपनी के महाप्रबंधक और अन्य अज्ञात लोक सेवक और निजी व्यक्ति। यह आरोप लगाया गया था कि मुख्य महाप्रबंधक (तकनीकी) और क्षेत्रीय अधिकारी (आरओ) -एनएचएआई, गांधीनगर (गुजरात) और अन्य अपने अधिकार क्षेत्र के तहत एनएचएआई परियोजनाओं में काम कर रहे निजी कंपनियों के कुछ प्रतिनिधियों के साथ मिलकर उन्हें दिखाने के लिए अवैध गतिविधियों में शामिल थे। पूर्णता प्रमाण पत्र जारी करने, बिलों के प्रसंस्करण, प्रदान किए गए कार्यों की सुचारू प्रगति और अन्य आदि के पक्ष में।
आरोप लगाया गया था कि कंपनी के अधिकारी एनएचएआई, गांधीनगर के क्षेत्रीय अधिकारी के संपर्क में थे, विशेष रूप से उनके चल रहे प्रोजेक्ट पैकेज- I (अहमदाबाद-धोलेरा केएम 0.00 से केएम 22.00) के संबंध में अवैध तरीकों से लाभ प्राप्त करने के लिए; पैकेज- II (अहमदाबाद-धोलेरा किमी 22.00 से किमी 48.52 तक) और आरई वॉल (प्रबलित मिट्टी की दीवार का उपयोग बाद में मिट्टी को बनाए रखने के लिए किया जाता है ताकि इसे कैरिजवे के दोनों किनारों पर विभिन्न स्तरों पर बनाए रखा जा सके) और साथ ही ईओटी (समय का विस्तार) ) पैकेज-III निर्माण का मामला (अहमदाबाद-धोलेरा किमी 48.52 से किमी 71.06)। यह भी आरोप लगाया गया कि उक्त साजिश के अनुसरण में, निजी कंपनी के उक्त प्रतिनिधि, सीजीएम/आरओ, एनएचएआई के निर्देशानुसार गांधीनगर में अपने आवास पर आने के लिए सहमत हुए। कंपनी का प्रतिनिधि कथित तौर पर अन्य कंपनियों की ओर से भी एनएचएआई अधिकारी को भुगतान किए जाने वाले अनुचित लाभ का भुगतान एकत्र कर रहा था।
सीबीआई ने उक्त निजी कंपनी के प्रतिनिधि और एनएचएआई के सीजीएम को गिरफ्तार कर लिया और उक्त एनएचएआई अधिकारी के आवास से 10 लाख रुपये की रिश्वत की राशि बरामद की।
गांधीनगर, अहमदाबाद, दिल्ली, मुंबई, पुणे, चंडीगढ़ और जयपुर सहित आरोपियों और अन्य के परिसरों में तलाशी ली गई। उक्त मुख्य महाप्रबंधक के परिसरों से तलाशी के दौरान 20.50 लाख रुपये (लगभग) की नकदी बरामद की गई।
गिरफ्तार दोनों आरोपियों को सक्षम न्यायालय में पेश किया जाएगा।
जांच जारी है।