दिनेश भारती जी के हास्य/व्यंग्य नाटक “बिके हुए आदमी” प्रसतुति रंगमंडल द्वारा

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मनीष कपूर।

४२ वर्षों से अन्तराष्ट्रीय सांस्कृतिक पटल पर सक्रिय संस्था अभिनव रंगमंडल ने दिनेश भारती जी के हास्य/व्यंग्य नाटक “बिके हुए आदमी” का मंचन आज दिनांक 27 मार्च 2021 शनिवार को स्थानीय उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र प्रेक्षागृह, प्रयागराज (इलाहाबाद) में किया।

स्वपोषित योजना के अन्तर्गत नाट्य कार्यशाला में तैयार नाटक की परिकल्पना व संयोजन वरिष्ठ रंगकर्मी व लेखक शैलेश कुमार श्रीवास्तव की थी। जबकि निर्देशक थे वरिष्ठ रंगकर्मी ज़ुमर मुश्ताक। नाटक “बिके हुए आदमी” सदियों से चली आ रही दहेज प्रथा पर एक करारा व्यंग्य है। दहेज के बारे में बहुत कुछ कहा-बोला जा चुका है परंतु हमने तो जैसे कुछ न सोचने/ समझने की क़सम खा रखी है। दहेज की लालच में न जाने कितनी ही बेटियों को आग में झुलसाने/फांसी पर चढ़वाने/ नदी में डुबाने की ख़बरें भी अब हमें तनिक भी आंदोलित नहीं करती।

ऐसे में दिनेश भारती जी ने स्थितियों को पूरी तरह से पलट कर देखने की, अप्रत्याशित परिकल्पना करते हुऐ, अपनी लेखनी को धारदार बना, रेडियो नाटक “बिके हुऐ आदमी” लिखा था जिसे हमने मंचन के अनुरूप ढाल कर प्रस्तुत किया है।

आज के मंचन में जिन अभिनेताओं ने मंच पर अभिनय किया उनमें – मिथिलेश यादव (गोसाईं), तनु सोनकर (बंसी कि माँ), भीखम (ऋतिक श्रीवास्तव), सर्वेश प्रजापति (बंसी), आकाश मौर्या (बिरजू), हेमा बानो (लक्ष्मी), सिमरन (कोयली), यश गोस्वामी (रेवड़ी), राजेश राजपूत (प्रसाद), कुंवर तेजभानु सिंह ‘प्रिंस’ (बिरजू पिता)।

मंच परे जिन कलाकारों ने कार्य किया उनमें – कुंवर तेजभानु सिंह ‘प्रिंस’ (पार्श्व संगीत), धीरज कुमार (प्रकाश संयोजन)
मंचन पूर्व अभिनव रंगमंडल की ओर से विशिष्ठ अतिथि श्री विवेक कुमार सिंह (मुख्य कोषाधिकारी प्रयागराज) के हाथों वरिष्ठ संगीत कलाकार उस्ताद जनाब शमशाद अहमद खान (प्रवक्ता, प्रयाग संगीत समिति) को “सितारा-ए-नगमा” सम्मान से विभूषित किया गया।


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