उत्तर प्रदेश एक है और एक ही रहेगा “:मुख्यमंत्री योगी

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डा अजय ओझा।

तीन राज्यों में नहीं बटेगा यूपी, वायरल पोस्ट फर्जी

नई दिल्ली, 13 जून। सोशल मीडिया के फेसबुक, ट्विटर और वॅाट्सऐप प्लेटफॉर्म पर एक पोस्ट वायरल हो रही है। इस पोस्ट के साथ दावा किया जा रहा है कि यूपी का बंटवारा होगा और इसे 3 हिस्सों में विभाजित किया जाएगा। इसके साथ ही दावा किया जा रहा है कि दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा मिलेगा और दिल्ली में यूपी और हरियाणा के कुछ शहर जोड़ दिए जाएंगे।

फैक्ट चेक टीम ने अपनी पड़ताल में यह वायरल हो रहा पोस्ट फर्जी पाया। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मीडिया से बात करते हुए इस दावे का खंडन भी किया है। हालांकि ऐसा पहली बार ही नहीं हुआ है जब यूपी के विभाजन को लेकर फर्जी खबरें वायरल हुई हो।

क्या हो रहा है वायरल…?

सोशल मीडिया के फेसबुक प्लेटफॉर्म पर “Law Expert and Judiciary Exam” नामक पेज एक पोस्ट शेयर करता है। इस पोस्ट में एक तस्वीर दी गई है जिसके ऊपर लिखा हुआ है: “तीन राज्यों में बटेंगा उत्तर प्रदेश राज्य ”।इस तस्वीर में दिखाया गया है कि यूपी के तीन हिस्से होंगे ।

उत्तर प्रदेश (राजधानी- लखनऊ)

बुंदेलखण्ड (राजधानी- प्रयागराज)

पूर्वांचल (राजधानी- गोरखपुर)

इसके साथ ही दावा किया जा रहा है कि दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा मिलेगा और दिल्ली में यूपी और हरियाणा के कुछ शहर जोड़ दिए जाएंगे।

जांच पड़ताल में जो तथ्य सामने आए

” सबसे पहले इस पोस्ट पर आए कमेंट को पढ़ना शुरू किया। कई यूजर ने इस पोस्ट को फर्जी बताया था और कई यूजर इस पोस्ट पर न्यूज क्लिप भी शेयर किए हुए थे। एक न्यूज क्लिप की हेडिंग थी: ना होगा यूपी का बंटवारा, ना पूर्ण राज्य बनेगा दिल्ली, झूठी खबरों की चौतरफा उड़ी खिल्ली “

अब गूगल सर्च में इसी हेडिंग को सर्च किया। सर्च करने पर हमारे हाथ “subhartimedia.com” की एक खबर का लिंक मिला। यह खबर 14 सितंबर 2019 को प्रकाशित की गई थी। इस खबर की हेडलाइन थी: ” ना होगा यूपी का बंटवारा, ना पूर्ण राज्य बनेगा दिल्ली, झूठी खबरों की चौतरफा उड़ी खिल्ली “

इस खबर के अनुसार: कुछ कथित खोजी पत्रकारों ने छोटे-छोटे अखबारों को इन खबरों से पाट रखा है कि यूपी के तीन हिस्से होंगे, दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा मिलेगा और मुरादाबाद जैसे मंडल उत्तराखंड में शामिल होंगे। उत्तर प्रदेश, हरियाणा और उत्तराखंड की सरकारों ने इन खबरों को बेबुनियाद बताया है। केंद्र सरकार ने भी इससे साफ इंकार कर कहा कि इस तरह का कोई भी प्रस्ताव विचाराधीन है।

इस खबर में उत्तराखंड के नगर निकाय मंत्री मदन कौशिक के हवाले से बताया गया है, “उत्तराखंड सरकार का ऐसा एजेंडा नहीं है और ना ही ऐसा कोई प्रस्ताव उत्तराखंड सरकार के समक्ष है।” साथ ही इस खबर में संविधान विशेषज्ञ सुभाष कश्यप कहते हैं कि क्या उत्तर प्रदेश में मौजूदा विधानसभा ने बहुमत से राज्य को तीन हिस्सों में बांटने का कोई प्रस्ताव पास करके केंद्र को भेजा है—??? अगर नहीं तो फिर केंद्र सरकार चाहकर भी ऐसा नहीं कर सकता। अब तक की पड़ताल से कहीं भी वायरल दावे को लेकर पुख्ता सबूत नहीं मिला जो यह साबित करता हो कि यूपी का तीन हिस्सों में बंटवारा होगा और दिल्ली बनेगा पूर्ण राज्य।

 “ इस बात का कोई आधार नहीं। उत्तर प्रदेश एक है और एक रहेगा : मुख्यमंत्री योगी

“हाल ही में केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन को मंजूरी देते हुए उसका विभाजन किया है। जम्मू-कश्मीर को केंद्र शासित राज्य बनाते हुए लद्दाख को उससे अलग किया जा चुका है।” “लद्दाख को भी सरकार ने केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा दिया है, हालांकि उसकी कोई विधानसभा नहीं होगी, वहीं जम्मू-कश्मीर के पास अपनी विधानसभा होगी।”

अंत में जांच में इस खबर को पोस्ट करने वाले पेज की सोशल स्कैनिंग करने पर पाया कि यह पेज मार्च 2016 में बनाया था और यह वकालत से जुडी खबरों को अधिकतर पोस्ट करता है। इस पेज को 8,920 लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: टीम ने जांच में पाया कि यूपी के बंटवारे को लेकर वायरल हो रही खबरें फर्जी है। यूपी के CM योगी आदित्यनाथ ने मीडिया से इस पर बात करते हुए इस दावे का खंडन किया है।


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