मौजपुर तिराहे के पास दो घंटे तक हिंसक झड़प, 15 घायल
– घरों से हवा में गोलियां भी चलाई गईं, कांच की बोतलें भी फेंकी गईं
नई दिल्ली, 23 फरवरी (हि.स.)। नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) के विरोध में यमुनापार में कई जगहों पर कई दिनों से चल रहे शांतिपूर्ण प्रदर्शन के बीच रविवार को बवाल हो गया। जाफराबाद रोड पर मौजपुर तिराहे के पास सीएए के समर्थकों और विरोधियों के बीच हिंसक झड़प शुरू हो गई। देखते-देखते दोनों तरफ से पत्थरबाजी होने लगी। करीब आधे घंटे तक पुलिस और सुरक्षाकर्मी असहाय बने रहे। इस दौरान कई लोग घायल हो गए। किसी के सिर फूटे तो किसी के हाथ, पैर और शरीर पर चोटें आईं। पत्थर के साथ कांच की बोतलें भी फेंकी गईं। इसके अलावा कुछ लोगों को पकड़कर पीटा भी गया। इस दौरान घरों से हवा में गोलियां भी चलाई गईं। मौके पर 15 से अधिक लोग घायल हो गए। करीब सवा दो घंटे तक हिंसक झड़प चलती रही। शाम 6:45 बजे पुलिस ने स्थिति नियंत्रित होने का दावा किया। लेकिन खबर लिखे जाने तक घटनास्थल के आसपास भीड़ जुटी रही। इस दौरान यहां दो मेट्रो स्टेशन बंद रहे।
पुलिस के अनुसार, जाफराबाद में सीएए के विरोध में शनिवार रात से मेट्रो स्टेशन के बाहर सड़क के किनारे प्रदर्शनकारी धरने पर बैठ गए। इस वजह से जाफराबाद रोड बंद हो गया। भीड़ को देखते हुए पुलिस के साथ अतिरिक्त सुरक्षा बल को मौके पर तैनात कर दिया गया। रविवार सुबह पुलिस अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों से बातचीत कर मौजपुर से सीलमपुर जाने वाले एक रास्ते को खुलवा लिया लेकिन सीलमपुर से मौजपुर जाने वाला मार्ग बंद रहा। प्रदर्शनकारी जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के नीचे धरने पर बैठे रहे। इस बीच दोपहर तीन बजे यहां से करीब 500 मीटर दूर भाजपा नेता कपिल मिश्रा, पार्षद कुसुम तोमर व अन्य समर्थकों के साथ मौजपुर लाल बत्ती पर सीएए के समर्थन में धरने पर बैठ गए। उन्होंने कहा कि सड़कों को बंद करने का खेल नहीं चलने दिया जाएगा। यहां पर जय श्रीराम और देश के गद्दारों को, गोली मारो.. के साथ विरोधियों पर लट्ठ बजाओ के नारे लगने शुरू हो गए।
इसी दौरान सौ मीटर की दूर मौजपुर तिराहे पर कबीर नगर और कर्दमपुरी से लोग जुटने शुरू हो गए। उन्होंने सीएए के समर्थन में आजादी के नारे लगाने शुरू कर दिए। इसी दौरान कपिल मिश्रा के धरने पर पथराव हुआ। इसके बाद बवाल शुरू हो गया। कपिल मिश्रा के समर्थन में बाबरपुर और मौजपुर से भी लोग जुटने लगे। इस बीच पुलिस के अनुरोध पर कपिल मिश्रा और अन्य भाजपा नेता मौके से निकल गए। लेकिन मौके पर दोनों पक्ष सामने-सामने आ गए और भीषण पथराव शुरू हो गया। कबीर नगर में घरों की छत से भी लोग पत्थर और कांच की बोतलें फेंकते रहे। स्थिति ऐसी हो गई कि पुलिस की तरफ से लगाए गए बैरिकेड तोड़ दिए गए। इसके साथ सड़क पर बने डिवाइडर को भी तोड़ दिया। समर्थक और विरोधी सौ मीटर की दूरी पर आमने-सामने होकर आधे घंटे तक बिना रोक-टोक एक-दूसरे पर पत्थर बरसाते रहे। दोनों पक्षों से कई लोग जख्मी हुए, जिन्हें लोगों ने खुद ही वहां से किसी तरह बाहर निकाला। बाद में पुलिस बल ने आंसू गैस के गोले छोड़ने शुरू किए। इससे दोनों पक्ष कुछ देर के लिए तो रूकते लेकिन फिर आमने-सामने आ जाते। पत्थरबाजी के बीच दूसरे पक्ष का जो भी पकड़ में आया, उसकी जमकर पिटाई कर दी।
दो मेट्रो स्टेशन रहे बंद रविवार सुबह सड़क पर धरने के कारण जाफराबाद मेट्रो स्टेशन को पूरी तरह से बंद कर दिया था। इसके बाद दोपहर में हिंसक झड़प को देखते हुए मौजपुर-बाबरपुर मेट्रो स्टेशन को भी बंद कर दिया गया। कुछ देर के लिए इस लाइन पर मेट्रो सेवा भी बाधित रही। इस वजह से जाफराबाद और मौजपुर में चढ़ने व उतरने वाले यात्रियों को भारी परेशानी हुई।
हिन्दुस्थान समाचार/अश्वनी/सुनीत