कुशीनगर: आराध्य की भूमि स्पर्श कर थाईलैंड रवाना हुई राजकुमारी
-कुशीनगर में तीन दिन किया प्रवास
कुशीनगर, 23 फरवरी(हि.स.)। गौतम बुद्ध की महापरिनिर्वाण स्थली कुशीनगर की धार्मिक यात्रा पर आईं थाईलैंड की राजकुमारी चुलबोर्न रविवार को दोपहर अपने देश रवाना हो गईं। जाने के पूर्व उन्होंने आराध्य की भूमि को स्पर्श किया और थाई चैत्य को जी भर निहारा।
शुक्रवार की शाम को आईं राजकुमारी का शनिवार का पूरा दिन पूजन-वंदन में बीता। बुद्ध की 5 वीं सदी की शयनमुद्रा वाली प्रतिमा व बुद्ध के शवदाह स्थल रामाभार स्तूप के साथ-साथ थाई वाट के भीतर स्थित थाई चैत्य के भीतर भी प्रिंसेज ने परम्परागत रीतिरिवाज से पूजन वंदन किया।
रविवार को सुबह लगभग 11 बजे कुशीनगर के थाई मोनास्ट्री में धर्म गुरु पी. डॉ. दमवोधिवोंग ने थाई रीति-रिवाज से पूजन कराया। राजकुमारी के दीर्घायु के लिए भगवान बुद्ध से प्रार्थना की। इस दौरान थाईलैंड से आए अप्रवासी भारतीय थाई नागरिक व वहां के लोक कलाकारों ने बुद्ध मार्ग के दोनों तरफ कतारबद्ध होकर प्रिंसेज को भावपूर्ण विदाई दी।
इस दौरान प्रिंसेज ने हाथ हिलाकर लोगों का अभिवादन स्वीकार किया। राजकुमारी सड़क मार्ग से गोरखपुर जाएंगी। वहां से थाईलैंड के विशेष विमान से बैंकाक के लिए प्रस्थान करेंगी।
हिन्दुस्थान समाचार/गोपाल/राजेश