मौत का कुआँ

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शिव नारायण त्रिपाठी।
शहडोल। एक जलस्रोत कैसे मौत का कुआँ बन गया यह तो वही समझ सकते हैं जिस घर पर यह विपदा का पहाड़ टूटा है। कहाँ वह पानी की व्यवस्था के लिए कुँए की सफाई करा रहे थे और अचानक धसकने से उसमें दबने से तीन लोगों की मौत हो गयी।

मध्यप्रदेश के शहडोल जिले के ब्यौहारी थाना क्षेत्रांतर्गत यह दिल दहला देने वाली घटना शुक्रवार को हुई। जहां घर के आंगन में स्थित पुराने कुँए की सफाई के दौरान उसके धसक जाने से मकान मालिक सहित 2 अन्य लोगो की उसके मलबे में दबने से मौत हो गई।

मामले की जानकारी लगते ही ब्यौहारी पुलिस मौके पर पहुंची। घंटो चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद कुॅए के मलबे में दबे 3 शव को बाहर निकाला जा सका। बताया जा रहा है कि ब्यौहारी थाना क्षेत्र के ग्राम पपरेडी निवासी रमेश सेन अपने मकान के पिछले हिस्से में बने पुराने कुॅए की सफाई गांव के मोतीलाल कोल व राजेश गोंड से करा रहे थे। अचानक कुँए की मिट्टी धसकने लगी और देखते ही देखते मोतीलाल कोल व राजेश गोंड उसमें दब गए। उन्हें बचाने के मकान मालिक रमेश सेन आनन-फानन में कुँए में उतरे लेकिन वह भी उसी मलबे में दब गए। इस बात की जानकारी लगते ही मौके पर पहुंची ब्यौहारी पुलिस ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। कुँए के मलबे को निकालने के लिए 3 जेसीबी मशीन लगाई गई । 8 घंटे की मशक्कत के बाद तीनों शव को कुँए से बाहर निकाला जा सका।


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