भाजपा के जनाधार पर उठ रहे सवाल, द्रौपदी की बैठक में अनुपस्थित रहे तीन विधायक और दो सांसद

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गंगा ‘अनु’।

कोलकाता, 12 जुलाई। महानगर कोलकाता के एक होटल में मंगलवार को एनडीए की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ने पार्टी के विधायकों और सांसदों के साथ बैठक की है। इसमें भाजपा के तीन विधायक और दो सांसद अनुपस्थित रहे जिसे लेकर पार्टी के जनाधार सवाल खड़े हो रहे हैं। इस बैठक में मतुआ समुदाय के विधायक मुकुट मणि अधिकारी नहीं आए थे दूसरी तरफ पहाड़ी क्षेत्र के विधायक नीरज जिंबा और विष्णु प्रसाद शर्मा भी अनुपस्थित रहे। हाल में जीटीए चुनाव में जिस तरह से तृणमूल कांग्रेस तथा अनित थापा की पार्टी ने वहां सीटें हासिल की हैं, उसके बाद से क्षेत्र में भाजपा का जनाधार घटता जा रहा है। इस स्थिति में दोनों विधायकों की अनुपस्थिति कई सवाल खड़े हो रहे हैं। वहीं, पश्चिम बंगाल के मतुआ समुदाय को स्थायी नागरिकता नहीं दिए जाने को लेकर समुदाय में नाराजगी है और इसे लेकर पार्टी के सांसद शांतनु ठाकुर और विधायक मुकुट मणि अधिकारी कई बार सरेआम सवाल खड़ा कर चुके हैं। इसलिए इन तीनों विधायकों की अनुपस्थिति अपने आप में कई सवाल खड़ा कर गई है। बाकी 68 में से केवल 65 विधायक द्रौपदी मुर्मू की बैठक में उपस्थित रहे।

वहीं पश्चिम बंगाल में भाजपा के 16 सांसद हैं जिनमें से दार्जिलिंग के सांसद राजू सिंह बिष्ट और केंद्रीय मंत्री तथा सांसद डॉ सुभाष सरकार भी अनुपस्थित थे। बताया गया है कि राजू ने सोमवार को ही सिलीगुड़ी में द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की थी और सुभाष सरकार दूसरे कार्यों में व्यस्त होने के कारण अनुपस्थित रहे।

उल्लेखनीय है कि 2021 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने राज्य में 77 सीटों पर जीत हासिल की थी। इनमें से सात विधायक पहले ही तृणमूल कांग्रेस में वापस लौट चुके हैं। अशोक लाहिड़ी की सेहत खराब होने के कारण बैठक में नहीं बुलाया गया। हाल ही में भाजपा छोड़कर तृणमूल में वापसी कर चुके सांसद अर्जुन सिंह के बेटे पवन सिंह को भी बैठक में नहीं बुलाया गया है।


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