खबर नई दिल्ली :सोलंकी राजपूत व राणा प्रताप के साथी रहे राणा पुंजा को भील बताने पर उनके वंशजों ने जताई आपत्ति

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जतिन कुमार चतुर्वेदी


एडवोकेट रीना एन सिंह बोली अब दर्ज करायेंगे आपराधिक मुकदमा।
सम्राट मिहिर भोज को गुर्जर बताए जाने के बाद एक बार फिर क्षत्रिय समाज ने अपने इतिहास से छेड़छाड़ किए जाने का आरोप लगाया है और अबकी बार कानूनी कार्रवाई करने की धमकी तक दी गई है।सुप्रीम कोर्ट की अधिवक्ता रीना एन सिंह ने कई प्रतिष्ठित समाचार पत्रों में सोलंकी राजपूत व हल्दीघाटी के युद्ध में राणा प्रताप के साथ कंधे से कंधा मिलाकर लड़ने वाले व भील सैनिकों का प्रतिनिधित्व करने वाले सोलंकी राजपूत राणा पुंजा को भील बताए जाने पर कडा एतराज जताया है। राणा पुंजा के वंशज 92 वर्षीय राणा मनोहर सिंह सोलंकी के हवाले से रीना सिंह ने कहा है कि यदि अब इस तरह के कृत्य किए जाते हैं व क्षत्रिय समाज के सोलंकी राजपूत राणा पुंजा को भील समुदाय का बताया जाता है तो वह लोग ऐसा कृत्य करने वालों के ऊपर अपराधी मुकदमा दर्ज कराएंगी। राजस्थान के उदयपुर जनपद के पानरवा स्थान के रहने वाले व राणा पुंजा सोलंकी के 16वीं पीढ़ी के वंशज मनोहर सिंह सोलंकी आज भी जीवित हैं और वह राजस्थान में क्षत्रिय समुदाय में आते हैं। इसके बावजूद कुछ दिनों पहले भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री अमित शाह राजस्थान जाकर राणा पुंजा को भील घोषित कर चुके हैं। मिहिर भोज के मामले पर पहले से आक्रोशित क्षत्रिय समुदाय एक बार फिर से गुस्से में है इसी को लेकर सुप्रीम कोर्ट की अधिवक्ता रीना सिंह ने राणा पुंजा की 16वीं पीढ़ी के 92 वर्षीय मनोहर सिंह सोलंकी के हवाले से देश के प्रमुख समाचार पत्रों में एक विज्ञप्ति जारी की है कि आगे से क्षत्रिय समाज व उसके महापुरुषों के जाति व इतिहास के साथ छेड़छाड़ करने वालों को बख्सा नहीं जाएगा। उनके खिलाफ आपराधिक मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।


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