रांची लोक सभा क्षेत्र में ट्रेन ठहराव एवं नई ट्रेनों को लेकर रेलवे बोर्ड के चेयरमैन से मिले सांसद
डॉ अजय ओझा।
रांची से योग नगरी ऋषिकेश उत्तराखंड के लिए ट्रेन चलाने की रखी मांग।
रांची से देश के अन्य हिस्सों के लिए भी ट्रेन का आग्रह।
चांडिल में पुरुषोत्तम एक्सप्रेस के ठहराव की मांग।
रांची, 6 जुलाई सांसद संजय सेठ ने आज दिल्ली में रेलवे बोर्ड के चेयरमैन विनय कुमार त्रिपाठी से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने रांची से चलने वाले विभिन्न ट्रेनों के विस्तारीकरण करने की मांग रखी। सांसद श्री सेठ ने ट्रेन संख्या 12825/ 12826 झारखंड संपर्क क्रांति एक्सप्रेस (जो आनंद विहार तक जाती है) उसे जयपुर तक चलाने का आग्रह किया।
उन्होंने चेयरमैन को बताया कि झारखंड से लखनऊ जाने के लिए अभी कोई ट्रेन रांची से नहीं है। वही लखनऊ अब व्यापारिक दृष्टिकोण से एक प्रमुख केंद्र बन गया है। कोरोना शुरु होने के पूर्व वाराणसी ट्रेन का परिचालन रांची से होता था परंतु अभी किसी कारणवश इसका परिचालन बंद कर दिया गया है। व्यापारिक एवं धार्मिक दृष्टिकोण से 18611/18612 रांची वाराणसी महुआडीह एक्सप्रेस का मार्ग परिवर्तित करते हुए (लोहरदगा टोरी लाइन) से करते हुए सप्ताह में 2 दिन इसका विस्तार लखनऊ तक किया जाए। इससे लोहरदगा टोरी नई लाइन का उपयोग भी होगा साथ ही लोहरदगा, गुमला, जिले के साथ-साथ डाल्टनगंज, गढ़वा, टोरी के हजारों यात्रियों को इसकी सुविधा प्राप्त होगी।
रांची से विंध्याचल दर्शन करने के लिए काफी संख्या में भक्त रांची से विंध्याचल जाते हैं। यात्री के सुविधा को ध्यान में रखते हुए ट्रेन संख्या 18632/18632 रांची चोपन एक्सप्रेस का विस्तार चोपन के बाद भाया सोनभद्र, चुनार, मिर्जापुर, विंध्याचल, होकर प्रयागराज तक किया जाए। अभी यह ट्रेन सप्ताह में 3 दिन चलती है। कम से कम 3 दिन रांची से प्रयागराज तक यात्रियों को ट्रेन की सुविधा मिल पाएगी। गोरखपुर जाने के लिए रांची से मात्र एक ट्रेन है ट्रेन संख्या 15027 मौर्य एक्सप्रेस, जो सप्ताह में प्रतिदिन चलती है। इसके लंबे रूट होने के कारण यात्रियों को 23/ 24 घंटे का सफर तय करना पड़ता है। ट्रेन संख्या 18611/18612 रांची वाराणसी महुआडीह एक्सप्रेस का मार्ग परिवर्तन करते हुए लोहरदगा टोरी लाइन से सप्ताह में 2 दिन गोरखपुर तक चलाया जाए जिसे ग्रामीण क्षेत्र लोहरदगा, गुमला ,सहित आसपास के ग्रामीणों को भी इसका लाभ प्राप्त हो सकेगा। सांसद सेठ ने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना उत्तराखंड में ऋषिकेश कर्णप्रयाग 327 किलोमीटर की लंबी महात्वाकांक्षी रेल लाइन परियोजना का निर्माण कार्य की शुरुआत बहुत ही सुखद है। इस के निर्माण से करोड़ों तीर्थयात्री आसानी से उत्तराखंड की पवित्र गंगोत्री, यमुनोत्री, बद्रीनाथ, और केदारनाथ, की यात्रा कर सकेंगे झारखंड भी हिल स्टेशन के साथ-साथ धार्मिक स्थल होने के कारण झारखंड सहित देश विदेश से पर्यटक यहां आते हैं। उत्तराखंड एक एडवेंचर स्पोर्ट्स का केंद्र भी रहा है, जिसके कारण यहां के युवा की पहली पसंद है। साथ ही यहां के बहुत सारे लोग उत्तराखंड में काम करने जाते हैं खासकर तीर्थ यात्रियों को ध्यान में रखते हुए हरिद्वार ,ऋषिकेश, केदारनाथ ,के दर्शन हेतु जनता के सुविधा को ध्यान में रखते हुए रांची से योग नगरी ऋषिकेश के लिए सप्ताह में एक दिन नई ट्रेन चलाने की दिशा में पहल करें। नई दिल्ली पूरी पुरुषोत्तम एक्सप्रेस का ठहराव पूर्व की तरह चांडील रेलवे स्टेशन पर अविलंब चालू करने की मांग सांसद ने रखी।
इलाज हेतु रांची से वेल्लोर CMC जाने वाले यात्रियों की संख्या में लगातार वृद्धि हुई है, इसलिए हटिया से बिल्लूपुरम ट्रेन को सप्ताह में 7 दिन चलाने की मांग भी सांसद ने चेयरमैन से किया।
साथ ही चांडिल, मुरी, मैक्सकुलुस्कीगंज, में कई गाड़ियों के ठहराव के संबंध में बातचीत की।