लेडी आईएफएस ने राजस्थान से जब्त किया एक ट्रक सागौन

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आलोक एम इन्दौरिया ।

इंटर स्टेट सागौन माफिया की तोड़ी कमर ।


भोपाल..म प्र के बैतूल जिले मे पायी जाने वाली सागौन को इमारती लकड़ी का राजा कहा जाता है जो वर्बेनेसी परिवार से संबंध रखता है। इसका वैज्ञानिक नाम टैक्टोना ग्रांडिस है। इसका पेड़ बहुत लंबा होता है और अच्छी किस्म की लकड़ी पैदा करता है। यही वजह है कि इसकी देश और विदेश के बाजार में अच्छी डिमांड है। हमारे देश में जब ईस्ट इंडिया कंपनी राज था उस समय बैतूल जिले की सागौन की लकड़ी की डिमांड दूर परदेश तक थी। जिले के सागौन की महक और चमक जानकारी जब ब्रिटेन की महारानी को लगी तो वे भी स्वंय को बैतूल के सागौन की चमक और महक की दिवानी हो गई। जानकार बताते है कि ब्रिटिश काल में सागौन की बेतूल से ब्रिटेन तक की यात्रा हुई और मौजूदा समय में लंदन स्थित बकिंघम पैलेस में बैतूल के सागौन की चमक देखने को मिलती है। बैतूल के सागौन के बाद जिले की महुआ से बनी चाय की चाहत भी इस महल तक पहुंच चुकी है। इस बीच बैतूल का विश्व प्रसिद्ध सागौन अपनी चमक एवं उपयोगिता के कारण दक्षिण भारत के लाल चंदन की तरह अंतराज्यीय तस्करो की कमाई का माध्यम बना हुआ है। अब वह दिन दूर नहीं जब भीलवाड़ा तक जा पहुंचा बैतूल का सागौन सात समुंदर पार विदेशो के काले बाजार में बिकने लगेगा। सतपुड़ा के घने जंगल भी स्थित सागौन पर लगता है किसी बैरी की नजर लग गई है। वन बैतूल जिले के जंगल विभाग के इतिहास में यह पहला मौका था जब एक आई टी एक्सपर्ट महिला ट्रेनी आई एफ एस फारेस्ट आफिसर ने अपने क्षेत्र में अवैध काटे गए 22 सागौन पेड़ो की एक ट्रक सागौन ओर इस मामले जुड़े आरोपियों को गिरफ्तार किया है ।

दरसल एक माह पहले दक्षिण वनमण्डल की ताप्ती रेंज की महुपानी बीट में हरदा की गैंग द्वारा खण्डवा के वन माफि या भूरा के लिये 22 सागौन के पेड़ काटकर रातोरात फ रार हो गए थे । इस घटना के बाद बैतूल में डी एफ ओ तथा वर्तमान में सी सी एफ प्रफुल्ल के मार्गदर्शन में एक 12 सदस्यीय टीम बनाई गई थी जिसका नेतृत्व आईटी एक्सपर्ट ट्रेनी आई एफ एस / ताप्ती रेंज की प्रभारी रेंजर सुश्री पूजा नागले को बनाया गया था । सुश्री पूजा नागले महकमे में लेडी सिंघम साबित हुई । सबसे पहले टीम ने लकडी चोरी गैंग को पकड़ा जिसकी निशानदेही पर खण्डवा से भूरा को पकड़ा गया भूरा ने महुपानी से काटी गई लकड़ी को राजस्थान के भीलवाड़ा के हरिपुरा गांव मव संचालित आरामशीन पर ले गया जंहा से टीम ने एक ट्रक सागौन जब्त कर देर रात बैतूल लौटी आई है । सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक जब वन विभाग की टीम भीलवाड़ा के हरीपुरा की आरामशीन को घेरा। तो यहां पर तेजी से सागौन के लट्टठों को खुर्द बुर्द किया जा रहा था । दरअसल टीम के पहुंचने की खबर आरामशीन संचालक को हो गई थी यही वजह है कि इस लकड़ी को जल्द से जल्द चीरकर ठिकाने लगा देना चाहते था । अवैध कटाई में शामिल टीम ने हरदा के लकडी चोरी गैंग के सदस्यों को पकड़ना शुरू किया तो इस बात की भनक गैंग के लीडर को लग गई जिसके बाद वो फ रार हो गया वन महकमे टीम इसकी सरगर्मी से तलाश कर रही है । हरदा की जिस लकडी चोरी गैंग को वन अमले की टीम ने पकड़ा है उनके निशाने पर हमेशा पश्चिम वन मण्डल का जंगल रहा है लेकिन यह पहला मौका है जब आईटी की मदद से इस टीम की कमर तोड़ी गई है । चार साल पहले भी पकड़े जाने के डर से सागौन से लदा ट्रक मोहदा रेंज के जंगल में जलाया गया था । ट्रेनी आईएफएस पूजा नागले,एसडीओ गौरव मिश्रा,रेन्जर नितिन पवार,डिप्टी रेंजर अभिषेक उपाधयाय, डिप्टी रेंजर देवेंद्र परिहार वन रक्षक पंकज राठौर, भानु वरकड़े,सचिन राजपूत विजय पिपरदे ओर ड्राइवर अरुण अडलक शामिल थे ।


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