खाद्यान्न उपार्जन में घोटाले : सात सौ किसानों का 50हजार क्विंटल गेहूं पोर्टल से गायब

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आपदा बनी मौका भ्रष्टाचारियों ने लगाया चौका-भूपेन्द्र गुप्ता

भोपाल।मध्य प्रदेश सरकार एक तरफ तो सर्वाधिक गेहूं खरीदी का ढिंढोरा पीट रही है दूसरी तरफ उपार्जन में घोटाले पर घोटाले सामने आ रहे हैं ।खाद्य मंत्री गोविंद राजपूत के चुनाव क्षेत्र सुरखी के सीहोरा में कोविड-19में गरीबों के लिये आवंटित ललितपुर के गेहूं की शासकीय खरीदी का घोटाला रंगे हाथ  पकड़ा गया था जिसमें एफ आइ आर दर्ज होने के बावजूद आज तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई है ।इस घोटाले की स्याही अभी सूखी भी नहीं है कि बीना में 50  हजार क्विंटल गेहूं की हेराफेरी का मामला सामने आ गया है ।लगभग 700 किसानों का गेहूं बीना में उपार्जन तो कर लिया गया किंतु जब उन्होंने भुगतान की मांग की तो पता चला कि उनका गेहूं तो पोर्टल पर  चढ़ा ही नहीं है तब 50 हजार क्विंटल गेहूं कहां गया?  आपदा को अवसर बनाने में जुटी भारतीय जनता पार्टी के नेता हर ब्लॉक हर टप्पे पर ऐसे ही घोटाले करवाने का कोई अवसर नहीं चूक रहे हैं। प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष भूपेंद्र गुप्ता ने बीना में हुये इस घोटाले की तत्काल जांच  की मांग की है। उन्होंने कहा अभी तो केवल बीना के किसान ही इस घोटाले के खिलाफ सड़क पर उतरे हैं अगर तत्काल किसानों का भुगतान नहीं किया गया तो पूरे जिले में किसान सड़क पर मोर्चा संभाल लेंगे ।भूपेंद्र गुप्ता ने कहा कि यह मध्य प्रदेश का दुर्भाग्य है कि अपनी हैसियत को बेचने वाले मंत्रियों की आंख के सामने ये घोटाले हो रहे हैं। कांग्रेस हर स्तर पर भारतीय जनता पार्टी के घोटालों पर नजर रख रही है और इन्हें मीडिया के माध्यम से जनता की जानकारी लाया जाएगा।गुप्ता ने कहा कि हजारों किसानों ने मेसेज न मिलने की शिकायत की मगर जब किसानों ने पता लगाया तो उनके नाम पर फसल खरीदी की जा चुकने के आरोप किसान लगा रहे हैं।जिससे बड़ी मात्रा में पीडीएस कोटे के रीसाइक्लिंग की आशंकायें जाहिर की जा रहीं हैं।गुप्ता ने बीना परिक्षेत्र के वेयर हाऊस सील कराकर स्टाक का भौतिक सत्यापन कराने की मांग की है।

देवदत्त दुबे (ब्यूरो प्रमुख )


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