सुरक्षा करने के हाईकोर्ट के आदेश के बावजूद सुरक्षा नहीं मिली और पत्रकार पर हुआ जानलेवा हमला

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जयति भट्टाचार्य।

मजबूत कानून व्यवस्था बनी दिखावा।

प्रयागराज के सराय इनायत थाने में करीब 2 साल पहले पत्रकार अजय विश्वकर्मा के साथ मारपीट हुई थी। जिसमें तत्कालीन एस आई आकाश राय व अन्य पुलिसकर्मियों के विरुद्ध मामला लंबित है। उसी मामले में एक नया मोड़ आ गया है हालांकि मामला उच्च न्यायालय में लंबित है इसी बीच उच्च न्यायालय ने 6 जनवरी 2021 को अजय विश्वकर्मा पत्रकार व उसकी पत्नी सरिता विश्वकर्मा समेत परिवार की सुरक्षा के लिए सराय इनायत थाने को निर्देशित किया था। परंतु पुलिस द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई। इसी बीच 1 दिसंबर 2022 को दोबारा अजय विश्वकर्मा के ऊपर जानलेवा हमला किया गया अजय विश्वकर्मा ने प्रयागराज के एडीजी आईजी व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को लिखे हुए प्रार्थना पत्र में यह आरोप लगाया है की उसके ऊपर जानलेवा हमला किया गया उसको काफी चोट आई है तथा उसका इलाज हॉस्पिटल में चल रहा है। अजय विश्वकर्मा ने बताया कि आरोपी पुलिस कर्मियों के द्वारा उसके ऊपर अलग-अलग तरह से समझौता करने का दबाव बनाया जा रहा है पुलिस कर्मियों की उम्र बहुत कम होने का हवाला देकर तमाम सारे लोग अलग-अलग तरह से अजय विश्वकर्मा के ऊपर दबाव बनाते रहे परंतु अजय विश्वकर्मा समझौता करने को तैयार नहीं हुआ। और इस तरह की घटना उसके साथ 1 दिसंबर को हुई करीब 2 साल पहले अजय विश्वकर्मा अपनी पत्नी के मामा सनी शंकर विश्वकर्मा व रवि शंकर विश्वकर्मा के ऊपर एफ आई आर दर्ज करवाने जब सराय इनायत थाने पर गया था तब थाने के पुलिसकर्मी उपनिरीक्षक आकाश राय व अन्य के द्वारा अजय विश्वकर्मा के ऊपर ऐसा ना करने का दबाव बनाया गया। और बाद में मारपीट की गई ।

मामले में आकाश राय के ऊपर कार्यवाही हुई और वह लाइन हाजिर रहा। बाद में आकाश राय को एक थाने का चार्ज दिया गया परंतु अजय विश्वकर्मा के द्वारा शिकायत करने के बाद एडीजी प्रेम प्रकाश ने फिर उसके ऊपर कार्यवाही कर दी। वर्तमान में इस तरह की घटना होने के बाद अजय विश्वकर्मा ने कहा है कि वह जल्द ही अपर पुलिस महानिदेशक प्रेम प्रकाश से मिलकर के अपनी बात रखेगा, ताकि पुलिसकर्मियों के साथ-साथ विपक्षी गणों के ऊपर भी कार्यवाही हो सके। साथ ही साथ अजय विश्वकर्मा ने कहा है कि यदि मेरे साथ कोई घटना होती है तो उसके लिए यही लोग जिम्मेदार होंगे।


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