महिला दिवस पर विश्व दे रहा है सम्मान, हेमन्त सरकार कर रही अपमान : दीपक प्रकाश

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डॉ अजय ओझा।

पोषण सखियों पर आज पुलिस द्वारा प्रताड़ित व हिरासत में लिए जाने पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने की कड़ी निंदा।

हेमंत सरकार महिला उत्पीड़न की रिकॉर्ड बना रही।

रांची, 8 मार्च। महिला दिवस के दिन पोषण सखियों पर हेमन्त सरकार के पुलिस प्रशाशन द्वारा धक्का मुक्की, प्रताड़ित किये जाने व हिरासत में लिए जाने पर प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद दीपक प्रकाश ने जोरदार हमला बोला। उन्होंने कहा कि एक तरफ पूरा विश्व महिलाओं को सम्मान दे रहा है दूसरी ओर हेमन्त सरकार महिलाओं पर लाठियां भांज रही है। उन्होंने कहा कि पोषण सखी 11 महीने का बकाया और स्थायीकरण की मांग पर आंदोलन कर रहे सखियों के ऊपर हेमन्त सरकार की पुलिस प्रशाशन का रवैया बर्बर है,माफ करने योग्य नहीं है। पुलिस ने जिस प्रकार से महिला दिवस पर महिलाओं को प्रताड़ित किया है इससे हेमन्त सरकार का चेहरा उजागर हुआ है। सरकार की तानाशाही रवैया दर्शाता है। उन्होंने कहा कि पोषण सखियों के साथ अपराधियों जैसा सलूक किया गया। उन्हें जबरदस्ती बसों में ठूस ठूसकर पुलिस ले गयी। पुलिस द्वारा उन्हें परतड़ित किया गया।

उन्होंने कहा कि सरकार को चाहिए था कि सदन में पोषण सखियों व अन्य आंदोलनरत आन्दोलनकर्मियों की समस्या का समाधान करते। मामले में भारतीय जनता पार्टी ने विस् सदन में भी सवाल उठाया था। किंतु गूंगी बहरी सरकार समाधान खोजने के बाजए लाठियां भांज रही है। हेमन्त सरकार झूठे वादे कर सत्ता में आ गयी किन्तु अब वादों से मुकर रही है।

उन्होंने कहा कि महिलाओं के अधिकारों को बढ़ावा देने के लिए हर साल अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस यानी इंटरनेशनल वुमन्स डे 8 मार्च को मनाया जाता है। इस खास मौके पर महिलाओं को सम्मान देना, उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरणा देना, उन्हें धन्यवाद कहना और जीवन में उनके महत्व को समझते हुए उनकी सराहना की जाती है। लेकिन हेमन्त सरकार ने धन्यवाद के बाजए महिलाओं के अधिकारों को कुन्द करने का कार्य किया है।

उन्होंने कहा कि हेमन्त सरकार बलात्कारियों को पकड़ने में विफल रही है। हेमन्त सरकार की पुलिस अपराध रोकने में, दुष्कर्म रोकने में विफल रही है किंतु अपने अधिकारों की लड़ाई लड़ रही महिलाओं को परतड़ित करने में अपने अधिकारों की मांग पर संघर्ष करने वालों को हिरासत में लेने में मुस्तैद दिखी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में अपराध अपने चरम पर है वहाँ पुलिस की मुस्तैदी नहीं दिखती है।

 

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