क्यों गुमनाम जिंदगी जीने को मजबूर हैं मंदाकिनी ?

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जयति भटाचार्य ।
क्या आप मंदाकिनी को भूल गए। कुछ दशक पीछे जाएं, 80 के दशक की अभिनेत्री मंदाकिनी अपनी खूबसूरती के लिए जानी जाती थी। उसने कई फिल्म किए लेकिन उसे पहचान मिली राज कपूर के फिल्म से। उसका जन्म 30 जुलाई, 1963 को मेरठ में हुआ था। उसके पिता ब्रिटिश थे और मां कश्मीरी। उसके बचपन का नाम यासमीन जोसेफ था पर फिल्मों में वह मंदाकिनी के नाम से जानी गई। बाॅलीवुड का उसका सफर ज्यादा लंबा नहीं था। एक गैंगस्टर के साथ उसका नाम क्या जुड़ा वह गुमनामी की जिंदगी जीने को मजबूर हो गई।
80 के दशक की हाॅट और सेक्सी लुक्स वाली अभिनेत्री मंदाकिनी ने 1985 में के. राघवेन्द्र राव द्वारा निर्देशित फिल्म मेरा साथी से डेब्यू किया। इसमें मंदाकिनी के अलावा जितेंद्र, जयाप्रदा और राजीव कपूर भी थे। संगीत बप्पी लाहिरी का था।
मंदाकिनी को सही रूप  में पहचान मिली राज कपूर की फिल्म राम तेरी गंगा मैली से। इस फिल्म में मंदाकिनी ने काफी बोल्ड सीन किए। हां आज की तुलना में तो कुछ भी नहीं पर उस दशक में इन सीनों ने तहलका मचा दिया था।

किसिंग सीन तो थे ही, इसके साथ ही एक सीन में मंदाकिनी झरने के नीचे सफेद साड़ी में लिपटी स्नान करती दिखाई देती है।
एक और सीन था बच्चे को स्तनपान कराने का। हालंकि इस सीन में जो डायलाॅग था उससे सीन का अर्थ बदल जाता है। जब मंदाकिनी अपने बच्चे को स्तनपान करा रही होती है तो एक व्यक्ति वहां आकर देखने लगता है। मंदाकिनी उससे कहती है कि यह दुनिया का सबसे पवित्र दृष्य है, तुम्हारी मां ने अगर तुम्हें इसी तरह अपना दूध नहीं पिलाया होता तो तुम बड़े कैसे होते। लेकिन लोगों ने इस संवाद की ओर ध्यान नहीं दिया और स्तनपान कराती मंदाकिनी को ही देखा। राम तेरी गंगा मैली में मंदाकिनी ने आंशिक रूप से न्यूड सीन दिए थे।
इसके बाद उसने मिथुन चक्रवर्ती के साथ डांस डांस, आदित्य पंचोली के साथ कहां है कानून और गोविंदा के साथ प्यार करके देखो जैसी सफल फिल्में की लेकिन राम तेरी गंगा मैली जैसी सफलता नहीं मिली।
1990 के शुरूआती दौर में उसका नाम गैंगस्टर दाउद इब्राहिम के साथ जुड़ा। उसे दाउद के साथ दुबई में देखा गया था। यह कहा जाने लगा कि दाउद के साथ उसका अफेयर है। कुछ टीवी न्यूज चैनलों में तो उसे दाउद की पत्नी भी कहा गया। उसने कबूल किया कि वह दुबई में दाउद से मिली थी पर कोई अफेयर नहीं है। मंदाकिनी ने बौद्ध भिक्षु डाॅ. कग्यूर टी. रिनपोचे ठाकुर से शादी की। उसकी आखरी फिल्म थी 1996 में जोरदार।
 इसके बाद उसने बाॅलीवुड को अलविदा कह दिया और गुमनामी के अंधेरे में खो गई। इसके साथ ही खो गई उसकी सुंदरता। 


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