केवाई धाम धौरहरा की धार्मिक धरोहर ताड़के शरण जी द्वारा निर्मित आश्रम की जलती आग कब होगी ठंडी?
अनिल कुमार पटेल।
उ प्र प्रयागराज : हंडिया विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत तपोभूमि धौरहरा केवाई धाम जहाँ पर संत समाज द्वारा वेद पूजन हवन एवं धार्मिक क्रिया विधि द्वारा महामंडलेश्वर श्री ताड़के शरण जी द्वारा ब्रह्मर्षि आश्रम का निर्माण हुआ जिसका बकायदा सुचार रूप से पूजन विधि और क्रिया – कलाप गुरुपूर्णिमा के दिन यानी 24 जुलाई 2021 से प्रारंभ हुआ ।

आश्रम पूजन के दूसरे दिन से प्रतिदिन सुबह से लेकर शाम तक इस धाम पर भक्तों के आगमन से चहल – पहल होने लगी इसी बीच कुछ धर्म के नास्तिकों को इस पूजा में अधर्म दिखने लगा एक धर्मिक कहावत है जाकी रही भावना जैसी प्रभु मूरत देखी तिन्ह वैसी जो सुंदर विचार वाले क्षेत्र वाशी थे उन्हें आश्रम नहीं बल्कि धार्मिक आश्रय दिखने लगा और उनके आस्था का केंद्र बन गया ! कुछ दुस्ट अधर्मी थे उन्हें अधर्म दिखने लगा जिसके बाद कुछ लोगों के खड़यंत्र से दिनांक 22 अगस्त 2021 को देर रात्रि इस आश्रम को संत के भक्तों समेत जला देने का प्रयास किया गया जिसमें कुछ लोगों को आरोपित भी किया गया इसी बीच कार्यरत हंडिया उपजिलाधिकारी महोदय जी को भी जले हुए आश्रम पर राजनीति करने का मौका मिला और तो और थाने पर पदस्थ स्थानिक दरोगा जी , पुलिस क्षेत्राधिकारी गाड़ी ड्राइवर को भी कुछ और नजर आने लगा जिसका जिक्र करना जले हुए आश्रम का अपमान करना होगा ।खैर एकबात तो साफ है कि संत ताड़केशरण जी के संतोष और ये विश्वास कि धर्म का तराजू और न्याय का पड़ला वजन दार होता है अब धीरे धीरे अपना रंग दिखाना प्रारम्भ कर दिया है और जिम्मेदार तथा गुनाहगारों पर धर्म का डंडा चलना प्रारम्भ हो गया है या ये कहें जले हुए आश्रम पर भक्तों एवं धार्मिक लोगों का आना – जाना पूजा हवन में संत ताड़केशरण जी का सहयोग करना प्रारम्भ हो गया है जो आश्रम और धर्मप्रचार के लिए सुभ संकेत है ।
रिपोर्ट- अनिल कुमार पटेल प्रयागराज