क्या है प्राधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के मुलाकात के पीछे का सच ?

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कोलकाता, 28 मई । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बंगाल में चक्रवात यास के पीड़ितों को हरसंभव मदद देने का भरोसा दिया है। उन्होंने शुक्रवार को पूर्व मेदिनीपुर जिले में कलाईकुंडा में चक्रवात के बाद राहत कार्यों की समीक्षा की।

बंगाल में चक्रवात यास से हुए नुकसान का आकलन करने शुक्रवार को पहुंचे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कलाइकुंडा में विधायक शुभेंदु अधिकारी, सिंचाई मंत्री सोमेन महापात्रा, राज्यपाल जगदीप धनखड़, केंद्रीय मंत्री देवश्री चौधरी की मौजूदगी में अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की है। इसके बाद उन्होंने बांग्ला भाषा में ट्वीट कर कहा है कि बंगाल के लोगों को हरसंभव मदद केंद्र सरकार देगी। पीएम ने ट्वीटर पर लिखा, “केंद्र सरकार पश्चिम बंगाल की बहनों-भाइयों के प्रति एकजुटता व्यक्त कर रही है। यास चक्रवात से हुए नुकसान के लिए हरसंभव सहायता मुहैया कराई जाएगी। मैं आपके मंगल की कामना करता हूं।”

शुक्रवार को निर्धारित समय पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कोलकाता पहुंचे और उत्तर और दक्षिण 24 परगना तथा पूर्व और पश्चिम मेदिनीपुर में चक्रवात प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया। हवाई सर्वे के बाद प्रस्तावित समीक्षा बैठक के लिए प्रधानमंत्री मोदी पूर्व मेदिनीपुर पहुंचे। यहां कलाईकुंडा में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक हुई है। बैठक में भाग लेने के लिए ममता बनर्जी भी पहुंचीं लेकिन अंत समय में उन्होंने बैठक में भाग नहीं लिया। ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री मोदी से अलग मुलाकात के लिए अलग से समय मांगा। बाद में एक अलग कमरे में उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की और बंगाल में चक्रवात से हुए नुकसान की रिपोर्ट सौंपी है। सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री ने अपनी रिपोर्ट में प्रधानमंत्री से बंगाल के लिए तत्काल राहत पैकेज की मांग की है। इसके बाद मुख्यमंत्री दीघा के लिए रवाना हो गईं।

प्रधानमंत्री मोदी की समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भी शामिल होने का कार्यक्रम था। लेकिन बैठक में भाजपा विधायक व विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी के बैठक में शामिल होने पर मुख्यमंत्री इस बैठक में शामिल नहीं हुईं। प्रधानमंत्री के पहुंचने से पहले राज्यपाल जगदीप धनखड़, केंद्रीय मंत्री देवश्री चौधरी, शुभेंदु अधिकारी और राज्य के सिंचाई मंत्री सोमेन महापात्र भी मौजूद थे।
इससे पूर्व प्रधानमंत्री ने प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया था और कलाइकुंडा एयरबेस पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ अलग कमरे में बैठक की थी। जानकारी मिली है कि मुख्यमंत्री ममता ने उन्हें 20 हजार करोड़ रुपये के नुकसान की रिपोर्ट सौंपी है।


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