दूसरे गांव के लोगों को घरों में आने नहीं दे रहे ग्रामीण

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खूंटी ,26 मार्च(हि. स.)। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के खिलाफ अब ग्रामीणों में भी जागरूकता दिख रही है। शहरों की तुलना में ग्रामीण लाॅक डाॅउन के प्रति अधिक सजग नजर आ रहे हैं। शहरों में तो कुछ लोग सड़कों पर बेकार घूमते नजर आ भी जाते हैं, पर गांव के लोग बहुत कम ही बाहर नजर आते हैं। सजगता का अनुमान सिर्फ इस बात से लगाया जा सकता है कि एक गांव के लोग दूसरे गांव के लोगों को आने नहीं दे रहे हैं। कई गांवों में तो ग्रामीणों ने बांस-बल्ली की बैरिकेडिंग  कर दी है। गांव में आने जाने वाले रास्तों को भी बंद कर दिया गया है। गांव में मास्क नहीं मिलने पर ग्रामीण पेड़ के पत्तों का मास्क बनाकर कोरोना वायरस की रोकथाम में अपनी सजगता दिखा रहे हैं। विभिन्न गांवों में लगने वाली साप्ताहिक हाट भी नहीं लग रही है।दिख रहा है प्रशासन की कड़ाई का असरकोरोना की रोकथाम के लिए जारी लाॅक डाउन की कड़ाई से पालन कराने का प्रशासनिक प्रयास का असर शहर से लेकर गांव तक दिख रहा है। शहरों में भी गुरुवार को बहुत कम लोग सड़कों पर दिखे। समय का निर्धारण किये जाने के बाद दुकानें भी कम समय के लिए खुल रही हैं। इसके कारण उन स्थानों पर कुछ भीड़ नजर आती है। बिना काम सड़कों पर घूमने वालों की पुलिस पूरी खबर ले रही है। कई वाहनों को पुलिस द्वारा जब्त भी किया गया है। कोरोना के साथ ही प्रषासन के भय से भी लोग घरों में रहना ही बेहतर समझ रहे हैं। बहुत कम वाहन सड़कों पर नजर आ रहे हैं। लाॅक डाउन के कारण अभी से ही दुकानों में सामान की किल्लत होने लगी है। कुछ ग्रामीण दुकानदारों पर खाद्य पदार्थों की अधिक कीमत वसूलने का आरोप भी लग रहे हैं। 


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