यूपी के 30,000 प्रवासी कामगारों को आज उनके घर पहुंचने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार कमर कसी
यूपी के प्रवासी कामगारों / श्रमिकों की सुरक्षित वापसी में युद्धस्तर पर जुटी योगी सरकार, आज हरियाणा से यूपी पहुंचेंगे 30 हजार प्रवासी कामगार / श्रमिक ।
दिन रात काम कर रही हैं यूपी परिवहन निगम की 10 हजार से अधिक बसें
अब तक 56 ट्रेनों से गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, पंजाब, आंध्र प्रदेश, केरल आदि राज्यों से आ चुके हैं 70 हजार प्रवासी कामगार व श्रमिक, सभी को खाद्यान्न पैकेज व भरण पोषण भत्ता देकर पहुंचाया जा रहा है होम क्वारंटीन में ।
महाराष्ट्र, गुजरात, पंजाब, कर्नाटक, केरल, तेलंगाना आदि राज्यों से उत्तर प्रदेश के प्रवासी कामगारों व श्रमिकों को लेकर पहुंच रही हैं 79 और ट्रेनें
टीम – 11 की बैठक में मुख्यमंत्री योगी का स्पष्ट निर्देश “सुनिश्चित कराएं सभी प्रवासी कामगारों / श्रमिकों को सुरक्षित लाने की व्यवस्था, मेडिकल चेकअप के बाद खाद्यान्न व भरण पोषण भत्ता देकर सुरक्षित घरों तक पहुंचाएं, यदि बीमारी के लक्षण हैं तो तत्काल अस्पतालों में दें उपचार”।
मुख्यमंत्री का निर्देश – किसी भी प्रवासी कामगार / श्रमिक को ना हो किसी भी तरह की असुविधा ।
मुख्यमंत्री ने दिए निर्देश – अब तक ऐसे औद्योगिक संस्थानों में जो लाकडाउन के दौरान बंद थे, इसके बावजूद उन्होंने अपने सभी कामगारों व श्रमिकों को मानदेय उपलब्ध कराया है, उन उद्योगों व औद्योगिक संस्थानों (सूक्ष्म, लघु व मध्यम )में काम करने वाले कामगारों व श्रमिकों को आगे भी उनका मानदेय अवश्य मिलता रहे ।
कोरोना वारियर्स को पूरी सुरक्षा के साथ ही हर कामगार व श्रमिक को भी दी जाए पूरी सुरक्षा व सम्मान दिया ।
*मुख्यमंत्री ने प्रवासी कामगारों / श्रमिकों से की अपील*- कहा प्रदेश का कोई भी कामगार श्रमिक जो प्रदेश या प्रदेश से बाहर हैं, वह पैदल, साइकिल या दो पहिया वाहन से ना चलें। प्रदेश सरकार सभी राज्य सरकारों से समन्यवय स्थापित करते हुए उनकी सुरक्षित वापसी की पूरी कार्रवाई को युद्धस्तर पर आगे बढा चुकी है। इसी का परिणाम है कि 56 ट्रेनों से 70 हजार प्रवासी कामगारों व श्रमिकों की सुरक्षित वापसी पूरी हो चुकी है। 79 ट्रेनें आज से कल तक प्रवासी कामगारो व श्रमिकों को लेकर उत्तर प्रदेश पहुंच जाएंगी। यह कार्रवाई निरंतर आगे बढ रही है। पैदल या साइकिल से चलना उनकी सुरक्षा या स्वास्थ्य के लिए खतरा हो सकता है। इसलिए कोई भी पैदल, दो पहिया वाहन या साइकिल से ना चलें।