प्रयागराज न्यूज : दिव्यांगजन को दिए गये ट्राई साइकिल
करछना प्रयागराज। दिव्यांगजन को शिक्षित कर सृजनात्मक कार्यों की ओर मोड़ा जाता है तो वे भी राष्ट्रीय संपत्ति की वृद्धि में अपना बहुमूल्य योगदान दे सकते हैं। इस तरह स्वावलंबी होने से वह अपने परिवार या आश्रितों पर बोझ नहीं बनेगा और धीरे-धीरे वह उज्ज्वल भविष्य की ओर कदम भी बढ़ाता नजर आएगा यह बातें प्रयागराज सांसद डॉ रीता बहुगुणा जोशी ने करछना विकास खण्ड में निःशुल्क मोटराइज्ड ट्राई साइकिल वितरण समारोह में कहीं।
डॉ रीता बहुगुणा जोशी ने कहा प्रधानमंत्री ने अगले सात वर्षों में 38 लाख दिव्यांगों को लक्ष्य बनाकर राष्ट्रीय कौशल नीति पेश की है। दिव्यांगजन व्यक्ति आर्थिक आत्मनिर्भरता की दिशा में आगे आ सकें। यह पहल सराहनीय है कि सरकार का सामाजिक न्याय और आधिकारिता मंत्रालय के अंतर्गत बनाया गया दिव्यांग सशक्तिकरण विभाग दिव्यांगों की राष्ट्रीय कार्य योजना और सुगम्य भारत अभियान के माध्यम से एक बेहतर माहौल बनाने की कोशिशें की जा रही हैं।
डॉ रीता जोशी के कहा भारत में करीब दो करोड़ लोग शरीर के किसी विशेष अंग से विकलांगता के शिकार हैं। दिव्यांगजनों को मानसिक सहयोग की जरूरत है। परिवार, समाज के लोगों से अपेक्षा की जाती है कि उन्हें आगे बढ़ने को प्रेरित करें। अगर उन्हें उनकी वास्तविक शक्ति का अहसास दिलाया जाये तो उनके साधारण से कुछ खास बनने में उन्हें देर नहीं लगेगी। जिन्होंने विकलांगता को कमजोरी नहीं समझा, बल्कि चुनौती के रूप में लिया है।वे आगे बढ़े है। यदि समाज में सहयोग का वातावरण बने, लोग किसी दूसरे की शारीरिक कमजोरी का मजाक न उड़ाएं, तो आगे आने वाले दिनों में हमें सकारात्मक परिणाम देखने को मिल सकते हैं।समाज के इस वर्ग को आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराया जाये तो वे कोयला को हीरा भी बना सकते हैं। समाज में उन्हें अपनत्व-भरा वातावरण मिले तो वे इतिहास रच देंगे और रचते आए हैं। एक दिव्यांग की जिंदगी काफी दुखों भरी होती है। घर-परिवार वाले अगर मानसिक सहयोग न दें, तो व्यक्ति अंदर से टूट जाता है। जब तक हम उनकी भावनाओं के साथ खिलवाड़ करना बंद ना करें। वे भी तो मनुष्य हैं, प्यार और सम्मान के भूखे हैं। उन्हें भी समाज में आम लोगों के साथ प्रतिस्पर्धा करनी है। उनके अंदर भी अपने माता-पिता, समाज व देश का नाम रोशन करने का सपना है। आइए, एक ऐसा स्वच्छ माहौल तैयार करें, जहां वे भी आगे बढ़कर राष्ट्र का सहयोग कर सकें।
कोरांव विधायक राजमणि कोल ने कहा 2014 से पहले गांव में चलने कोई विकलांग चलता था तो लोग लंगड़ा जा रहा है।देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र भाई मोदी ने दिव्यांग नाम देकर सम्मान बढ़ाया है।सब आगे बढ़कर सहयोग कर रहे है।
जिला दिव्यांगजन अधिकारी नंद किशोर याज्ञिक ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 2019 में 56447 उपकरण 26 हजार दिव्यांगजनों को वितरित किया था।कोविड़ काल मे मुख्यमंत्री द्वारा दो किस्त एक हजार पेंशन अतिरिक्त दिया और मुफ्त खाद्य सामग्री भी वितरित करवाया गया था।राज्य सरकार की तरफ से 21-2022 में 1757 दिव्यांग को कृत्रिम सहायक उपकरण जिसमें ट्राई साइकिल, व्हील चेयर,कान की मशीन आदि दिए गए है।सांसद डॉ रीता बहुगुणा जोशी के द्वारा लगभग 55 दिव्यांगजनों को निःशुल्क मोटराइज्ड ट्राई साइकिल किया।उनसे संवाद किया उनकी समस्याओं को सुना और अधिकारियों को प्राथमिकता से निस्तारण करने का निर्देश दिया।
इस मौके पर पूर्व विधायक कलेक्टर पाण्डेय,ब्लॉक प्रमुख कमलेश द्विवेदी, डॉ भगवत पाण्डेय,राजेश शुक्ल ने संबोधित किया।मीडिया सलाहकार दिनेश तिवारी,पंकज पाण्डेय,प्रदीप पाण्डेय,अजय सिंह,रामतौल सिंह पटेल,नागेश्वर निषाद,पृथ्वी पाल सिंह,इंद्रजीत पटेल,पवन मिश्र,उर्मिला पटेल आदि रहे।एसडीएम करछना ने धन्यवाद ज्ञापित किया।