तथाकथित अमृतकाल के इस बजट से झारखंड के लोगों को हुई घोर निराशा : राजीव रंजन प्रसाद

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डॉ अजय ओझा।

रांची 1 फरवरी । उम्मीदों के विपरित निराशाजनक बजट पेश कर आत्मप्रवंचना में तल्लीन प्रधानमंत्री और मंत्रियों में एक दूसरे की पीठ ठोकने की होड़ मची हुई है उक्त बातें प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कॉंग्रेस प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने कही।

शिक्षा,स्वास्थ्य,खेती,मनरेगा : सबका बजट घटा

महंगाई,रोज़गार,आर्थिक असमानता,घटती आय…पर बजट में एक शब्द का उल्लेख पूरी कहानी बयां करता है अमृत काल के बजट में अमृत किसके हिस्से आया और विषपान किसे करना होगा पूर्व के अनुभव से अंदाज़ा लगाया जा सकता है ।

उन्होंने कहा की किसान विरोधी, नरेंद्र मोदी सरकार ने किसानों के लिए बजट में कुछ नहीं दिया है 2022 में किसानों की आय डबल करने का वादा किया गया था , उसको पूरा क्यों नहीं किया गया MSP गारंटी कहाँ है बजट में इसका जिक्र नहीं होना किसानों की अनदेखी की दास्तान बयां करती है l

राजीव रंजन प्रसाद ने कहा की बैंकिंग सेक्टर को मोदी सरकार ने पूरी तरह से बर्बाद कर दिया है।

भगौड़े देश लूट कर भाग गए हैं l
3 लाख करोड़ के Wilful Defaulters हैं।

बैंकों पर 36 लाख करोड़ का NPA Slippage है। पर बजट में कोई उपाय नहीं बताया गया है !

SBI और LIC को जो जोखिम में डाला जा रहा है, उसपर एक शब्द नहीं है।

इस अमृत काल के बजट से झारखंड के लोगों घोर निराशा हुई है यहां लोगों को विशेष पैकेज की उम्मीद थी l


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