चलती हुई गंगा गोमती एक्सप्रेस का इंजन अपनी बोगियों से हुई अलग
डीके यादव ।
कहां जा रहा है कि रेलवे विभाग की घोर लापरवाही बड़ा हादसा टला।
प्रयाग संगम से गंगा गोमती एक्सप्रेस दिनांक 29 नवंबर 2022 को अपने निर्धारित समय सुबह 5:45 पर लखनऊ के लिए रवाना हुई ।
अटरामपुर रेलवे स्टेशन से चलने के बाद और अटरामपुर और रामचौरा रेलवे स्टेशन के बीच लाई गाँव के सामने ट्रेन की इंजन के ठीक एक डिब्बा पीछे से खुल गया और ट्रेन एक डिब्बा लेकर आगे बढ़ चली। बाकी के डिब्बे पीछे छोड़ दिया। ये हादसा उस समय हुआ जब गाड़ी की स्पीड करीब 70 किलोमीटर प्रति घंटे की थी। गनीमत रही कि बाकी के डिब्बे अपने आप धीरे धीरे रुक गई। जब यात्रियों को इसकी जानकारी हुई तो लोग सन्न रह गए और राहत की सांस ली ।
फिर इंजन करीब 15 मिनट के बाद वापस लौटकर आयी और जैसे तैसे करीब 40 मिनट बाद बोगी को जोड़ा गया। फिर ट्रैक बहाल करने के लिए अस्थायी रूप से गाड़ी को रामचौरा स्टेशन पर खड़ी करके स्थायी रूप से ठीक किया गया जिसमें कि 1 घंटा लग गया। ट्रेन में करीब 10 बोगी थी और करीब एक हजार यात्री रेलगाड़ी में सफर कर रहे थे हैं । इस लापरवाही के कारण बड़ा हादसा हो सकता था।