लक्ष्मणपुरी में दिखे मर्यादा पुरूषोत्तम श्रीराम के तीस अनूठे अवतार
संदीप मित्र।
जन जन के राम कण कण में राम । मूर्तिकारों ने कला के जरिए दिया महिला सशक्तिकरण , करूणा और प्रेम का संदेश
कोरोना काल में यूपी के कलाकारों के चेहरे पर योगी सरकार ने बिखेरी मुस्कान ।
लखनऊ, 23 अक्टूबर । लोगों की आस्था के केन्द्र प्रभू श्रीराम के तीस अनूठे अवतारों को लक्ष्मणपुरी में गढ़ कर तैयार कर लिया गया है। मर्यादा पुरूषोत्त्म श्रीराम के तीस अनूठे अवतारों को मूर्तिकारों ने भक्ति और प्रेम के सांचे में ढाल कर महिला सशक्तिकरण, दया और प्रेम का संदेश दे रहे हैं। संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश द्वारा लखनऊ के राज्य ललित कला अकादमी में आयोजित ‘जन जन के राम’ मूर्ति शिल्प शिविर ऑनलाइन व ऑफलाइन के समापन के अवसर पर तीस मूर्तियों की प्रदर्शनी लगाई गई।
नौ दिवसीय शिविर में 15 ऑनलाइन और 15 ऑफलाइन मूर्तिकारों ने उत्साह संग हिस्सा लिया। कोरोना काल में योगी सरकार द्वारा शिविर आयोजन की प्रशंसा करते हुए मूर्तिकारों ने कहा कि छह माह से घर पर बैठे हुए थे अब दिवाली के आते ही राज्य सरकार ने मूर्तिकारों को खुशियां दे दी हैं। मूर्तिकारों ने कहा कि यूपी में कलाकारों की कला का सम्मान योगी सरकार द्वारा हमेशा किया जाता है। इस तरह के आयोजन कराने से एक ओर कलाकार को प्रशंसा प्राप्त होती है दूसरी ओर उसकी कला को उचित मंच भी मिलता है।
अहिल्या उदृार की मूर्ति से मिशन शक्ति का दे रहे संदेश
शिविर में यूपी के अलग अलग जनपदों के मूर्तिकारों ने हिस्सा लिया। मूर्तिशिल्प कलाकार फाइवर, टेराकोटा और लकड़ी से रामायण के बहुचर्चित प्रसंगों को मूर्ति के रूप में ढाल यूपी की मूर्तिकला शैलियों की विशेषताओं से आम जनमानस को रूबरू करा रहे हैं। हम सब के श्रीराम शीर्षक के तहत सच्चिदानंद, और जीऊतवली यादव ने बताया कि रामायण के प्रसंग ‘अहिल्या उदृार’ पर आधारित मूर्ति से योगी सरकार द्वारा चलाए जा रहे मिशन शक्ति के तहत महिलाओं बेटियों का सम्मान करने का संदेश दे रहे हैं।
बोले मूर्तिकार दिवाली से पहले सरकार ने बिखेरी चेहरे पर मुस्कान ।
राजधानी के मूर्तिकार पारूल श्रीवास्तव ने बताया कि ‘जटायु प्रसंग’ पर आधारित मूर्ति बनाई है। उन्होंने कहा कि पिछले आठ महीनों से घर में बैठे थे पर सरकार द्वारा शिविर का आयोजन करा के हम लोगों के चेहरों पर खुशियां बिखेर दी है। अंबेडकरनगर के उदय राज मौर्या ने कहा कि एक ओर अयोध्या में श्रीराम के विराजने की खुशी है तो वहीं देश के मन में बसे श्रीराम के लखनऊ शिविर में अनूठे तीस रूपों के दर्शन हो रहे हैं। चित्रकुट के मूर्तिकार अनुज मिश्रा ने बताया कि श्रीराम की तपोभूमि चित्रकुट के लोग श्रीराम को राजा के रूप में देखना चाहते हैं। सरकार द्वारा राममंदिर निर्माण के फैसले के बाद देश दुनिया में खुशी की लहर है। इसलिए मैंने भी मूर्ति में श्रीराम को राजा के रूप में दिखाया है।
जल्द ही अन्य जनपदों के लगेंगे शिविर
राज्य ललित कला अकादमी के अध्यक्ष सीताराम कश्यप ने बताया कि जनपदों के मूर्तिकारों की कला को मंच प्रदान करने के लिए आने वाले समय में मथुरा, बुदेंलखंड, गोरखपुर, बनारस, प्रयागराज जनपदों में शिविर का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि सरकार ने कलाकारों के लिए वृहद योजनाएं बनाई हैं। सरकार द्वारा नए कला संस्कृति के संरक्षण और संर्वधन का काम किया जा रहा है।