सराय इनायत थाने में पत्रकारों को पीटने की हो मजिस्ट्रेटी जांच

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सौरभ सिंह सोमवंशी

प्रयागराज के गंगापार स्थित सराय इनायत थाने में पुलिसकर्मियों द्वारा विगत दिनों में दो पत्रकारों और एक पत्रकार की 8 माह की गर्भवती महिला को पीटने का मामला गर्म होता चला जा रहा है। आज दिनांक शनिवार 25 जुलाई को सिविल लाइंस स्थित “मीडिया हब” कार्यालय में पत्रकारों की एक आवश्यक बैठक संपन्न हुई । बैठक की अध्यक्षता वरिष्ठ पत्रकार वीरेंद्र सिंह ने की। पत्रकार अजय विश्वकर्मा और उसकी 8 माह की गर्भवती पत्नी सरिता विश्वकर्मा एवं पत्रकार मोहम्मद इरफान की सराय इनायत थाने में पुलिसकर्मियों द्वारा विगत दिनों बर्बरता पूर्वक पिटाई की गई थी, जिस के संदर्भ में प्रयागराज के पुलिस महानिरीक्षक कवींद्र प्रताप सिंह व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक दीक्षित से वरिष्ठ पत्रकार वीरेंद्र सिंह नेलगभग60पत्रकारों के साथ मुलाकात की थी । अधिकारियों द्वारा राजपत्रित अधिकारी से जांच कराए जाने की बात कही गई थी। क्षेत्राधिकारी फूलपुर द्वारा लीपापोती कर पुलिसकर्मियों को बचाने का कार्य किया जा रहा है। विदित हो कि थाना अध्यक्ष सराय इनायत संजय द्विवेदी के सह पर दरोगा आकाश राय और कौशलेंद्र दुबे एवं अन्य पुलिसकर्मियों के द्वारा दोनों पत्रकारों व 8 माह की गर्भवती महिला के साथ बर्बरता पूर्वक लॉकअप में बंद करके लगातार आधे घंटे से ऊपर तक लाठी-डंडे व बेल्ट से पानी डाल-डाल कर पीटा गया था। प्रकरण प्रयागराज मंडल के सभी उच्च अधिकारियों के साथ-साथ लखनऊ शासन तक पहुंच चुका है। पत्रकारों का प्रतिनिधिमंडल विगत दिनों में डिस्ट्रिक्ट कोआपरेटिव फेडरेशन लिमिटेड के चेयरमैन व भाजपा नेता प्रेम कुमार सिंह उर्फ लल्ले सिंह तथा अपना दल एस के प्रदेश अध्यक्ष व सोरांव विधानसभा क्षेत्र से विधायक डॉक्टर जमुना प्रसाद सरोज व फूलपुर सांसद केशरी देवी पटेल से मुलाकात किया। डॉक्टर जमुना प्रसाद सरोज ने दूरसंचार के माध्यम से वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक व सराय इनायत थाना अध्यक्ष से इस संदर्भ में बात भी की। कई पत्रकारों के द्वारा इसकी सूचना उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को भी दूरभाष पर दिया गया। बावजूद इसके प्रयागराज की पुलिस अपने विभागीय कर्मचारियों को बचाने में लगी हुई है। पत्रकारों ने आज सर्वसम्मति से सिविल लाइंस के “मीडिया हब” कार्यालय में यह तय किया कि इसकी जांच किसी मजिस्ट्रेट के द्वारा कराया जाना अति आवश्यक है जबकि 2 दिन पहले एडीजी पुलिस प्रेम प्रकाश से भी पत्रकारों के एक प्रतिनिधि मंडल ने मुलाकात की थी जिसमें एडीजी पुलिस ने अलग से एक जांच गंगा पार पुलिस अधीक्षक एनपी सिंह को सौंपी है।
सोरांव विधायक जमुना प्रसाद सरोज ने इस मुद्दे को विधानसभा में उठाने की भी बात कही है साथ ही साथ उन्होंने मंडलायुक्त प्रयागराज को मजिस्ट्रेट जांच हेतु पत्र भी लिखा है । आज शाम 3:00 बजे मीडिया हब कार्यालय से 25 सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल सोरांव विधानसभा के विधायक डॉ जमुना प्रसाद सरोज के प्रतिनिधिअवनीश प्रताप सिंह ऊर्फ राहुल सिंह के नेतृत्व में प्रयागराज मंडल के मंडल आयुक्त आर रमेश कुमार से मिला और सोरांव विधायक के उस पत्र को सौंपा जिन्होंने किसी मजिस्ट्रेट से निष्पक्ष जांच कराने की बात कही है। पत्रकारों के प्रतिनिधिमंडल में सौरभ सोमवंशी , रविंद्र शर्मा, इरफान शेख, अजय विश्वकर्मा, उमाकांत तिवारी, राजेश्वर यादव, राजीव ,अनिल कुमार पटेल ,शिव कुमार यादव ,लवकुश संतोष कुमार, शर्मा ,दिवाकर केसरवानी, राजेश कुमार कुशवाहा, फूल चंद्र यादव, कृष्ण कुमार ,श्याम गोपाल केसरी ,कृष्ण कुमार पांडे, अधिवक्ता यशवीर सिंह अधिवक्ता ,राजकुमार सिंह, अधिवक्ता त्रिलोकी सिंह, राजकुमार शुक्ला आदि लोग मौजूद थे । उसके पहले “मीडिया हब”कार्यालय पर “प्रयागराज इलेक्ट्रॉनिक मीडिया वेलफेयर क्लब” के अध्यक्ष आलोक सिंह को मामले की मजिस्ट्रेट से जांच कराने हेतु एक पत्र दिया गया जिस पर अध्यक्ष आलोक सिंह ने अपना कवरिंग लेटर लगा कर प्रयागराज के मंडलायक्त/जिलाधिकारी से जांच कराने का आश्वासन दिया है,और साथ ही साथ उन्होंने यह भी कहा कि पत्रकारों के साथ नाइंसाफी किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार वीरेंद्र सिंह ने कहा कि पत्रकार लोकतंत्र के चौथे स्तंभ होते हैं।तथा उनके ऊपर हाथ उठाने वाले पुलिसकर्मियों की बर्खास्तगी और उनके खिलाफ एफ० आई० आर० दर्ज होने तक आंदोलन लगातार चलता रहेगा. श्री सिंह ने यह भी कहा कि भविष्य में एक प्रतिनिधिमंडल जल्द ही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी इस मामले पर मुलाकात करेगा। उन्होंने कहा कि प्रयागराज ही नहीं पूरे उत्तर प्रदेश में पत्रकारों के साथ जिस तरह का दुर्व्यवहार पुलिसकर्मियों और अन्य अधिकारियों के द्वारा किया जा रहा है वह निंदनीय है। सरकार को यह ध्यान रखना चाहिए कि पत्रकारों के साथ कहीं पर भी नाइंसाफी ना होने पाए जबकि मा० मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने पत्रकारों के पक्ष में एक एडवाइजरी 17जूलाई को जारी कर दिया था।


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