सामाजिक कार्यकर्ता और पत्रकार शूलपाणि सिंह को डॉक्टरेट की मानद उपाधि सुकरात सोशल रिसर्च यूनिवर्सिटी के द्वारा प्राप्त हुआ
नई दिल्ली। किसी व्यक्ति को उसके कार्यक्षेत्र में उत्कृष्ट काम या समाज में बेहतरीन योगदान देने के लिए मानद उपाधि दी जाती है। मानद उपाधि उन लोगों के लिए होती है, जिन्होंने समाज के लिए बहुत बड़े काम किये हों और क्वालिफिकेशन के तौर पर वे डॉक्टरेट न हों। इसी के तहत सामाजिक क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए जाने-माने सामाजिक कार्यकर्ता और पत्रकार शूलपाणि सिंह को दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू ) परिसर में आयोजित एक कार्यक्रम में सुकरात सोशल रिसर्च यूनिवर्सिटी की ओर से डॉक्टरेट की मानद उपाधि प्रदान कर उन्हें सम्मानित किया गया। अब वह डॉ. शूलपाणि सिंह के नाम से जाने जाएंगे। डीयू परिसर में आयोजित एक कार्यक्रम में उन्हें यह गौरवपूर्ण सम्मान प्रदान किया गया। इस अवसर पर सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश एनके जैन एवं अन्य गणमान्य अतिथि उपस्थिति थे। डॉ. शूलपाणि इंडो-अमेरिकन चैंबर ऑफ कॉमर्स के निवर्तमान अध्यक्ष हैं। बिहार के दरभंगा जिले के खरारी एस्टेट निवासी शूलपाणि वह इस संस्था में अध्यक्ष पद के बाद अब सदस्य के रूप में अपना योगदान दे रहे हैं। इसके अलावा वह भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के तहत आने वाले दिल्ली लाइब्रेरी बोर्ड के संपादक सदस्य हैं। वह आर्ट एंड कल्चरल ट्रस्ट के उपाध्यक्ष के साथ-साथ कई संस्थाओ से भी जुड़े हुए हैं। साथ ही अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा (1897) के केंद्रीय उपाध्यक्ष हैं।