पलामू प्रमंडल में झारखंड सरकार के स्वास्थ्य विभाग द्वारा छह बेड का अस्पताल खोला गया है
बेनी माधव सिंह।
मेदिनीनगर पलामू संपूर्ण मया : पलामू प्रमंडल के गढ़वा जिला के दुर्गम एवम अतिपिछडा प्रखंड मे झारखंड सरकार के स्वास्थ्य विभाग द्वारा छह बेड का अस्पताल खोला गया है परंतु चिकित्सा पदाधिकारी का पद प्रभार में चल रहा है। चिकित्सक अभाव मे लोग असमय काल के गाल में समा रहे हैं। नागरिक संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष देवेन्द्र प्रसाद गुप्ता ने झारखंड सरकार के मुखिया हेमंत सोरेन से मांग किया है यहां स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रमकंडा में अस्थाई चिकित्सक की पदस्थापना रहने के कारण क्षेत्र के गरीब ,असहाय एवं वंचितों का इलाज समय से नही होने से लोग असमय काल कवलित होरहे हैं। श्री गुप्ता ने कहा कि साधारण बीमारी से भी मौत के मुंह मे समा रहे हैं। इस पर तत्काल अंकुश लगाने के लिए पर्याप्त चिकित्सा व्यवस्था दुरुस्त करने एवं स्थाई चिकित्सा पदाधिकारी की सेवा सुनिश्चित करना अति आवश्यक है। इतने महत्वपूर्ण कार्य के लिए झारखंड सरकार के उपेक्षा के कारण यहां चिकित्सक का 8 पद सृजित किया गया है परंतु अधिकांश खाली है यहां तक कि चिकित्सा पदाधिकारी का पदभार में चलता है वरिष्ठ समाजसेवी देवेंद्र प्रसाद गुप्ता ने कहा है कि रमकंडा प्रखंड की आबादी 70,000 है जहा से सूदूर ग्रामों की दूरी 40 किलोमीटर तक फैला हुआ है ।क्षेत्र के लोग आज भी आदिम युग में जीने को विवश हैं। बीमार पड़ने पर डोली करके अस्पताल पहुंचते हैं परंतु चिकित्सा की उचित व्यवस्था नहीं होने से साधारण रोग भी उनके लिए जानलेवा साबित हो रहा है ।राज्य सरकार यदि इस ओर ध्यान नही देता है श्री गुप्ता आंदोलन छेड़ने के लिए विवश होंगे। श्री गुप्ता ने कहा कि झारखंड में लोकप्रिय सरकार का गठन हुआ 2 साल से अधिक हो गया और 1 साल से रमकंडा में चिकित्सक का पद खाली है ।श्री गुप्ता ने झारखंड सरकार की स्वास्थ विभाग सचिव से रमकंडा मे चिकित्सक की पदसथाना कराने की मांग की है।
चित्र : समाज सेवी देवेंद्र प्रसाद गुप्ता।