मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जल्द कर सकते हैं मंत्रिमंडल का गठन
भोपाल, 12 अप्रैल (हि.स.)। मध्यप्रदेश की चौथी बार कमान संभाल रहे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अब अपने मंत्रिमंडल का गठन करने जा रहे हैं। राजनीतिक हलकों में चर्चा जोरों पर है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान 15 अप्रैल तक मंत्रिमंडल का गठन कर सकते हैं। दरअसल, लॉकडाउन के प्रथम चरण के 21 दिन पूरे होने वाले हैं और द्वितीय चरण के लिए आम सहमति बन गई है। ऐसे में समझा जा रहा है कि सीएम मंत्रिमंडल का गठन कर देंगे।
जानकारी के अनुसार, शिवराज पहले चरण में लगभग 25 से 28 लोगों को मंत्री बना सकते हैं। इन मंत्रियों को कोरोना वायरस संक्रमित जिलों की जिम्मेदारी भी सौंपी जा सकती है और वही जाकर कोरोना की स्थिति पर नियंत्रण करने के लिए कहा जा सकता हैं।
उल्लेखनीय है कि 23 मार्च को शिवराज सिंह ने अकेले शपथ ली थी और तब से अब तक वो अकेले ही सरकार चला रहे हैं। इधर, भाजपा के सत्ता में आने के बाद से ही कांग्रेस लगातार मंत्रिमंडल गठन को लेकर सवाल उठा रही हैं। शिवराज सरकार के खिलाफ कांग्रेस ने मोर्चा खोल रखा है, आए दिन मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर सवाल खड़े किए जा रहे हैं। ऐसे में लगातार बढ़ते दवाब के चलते मंत्रिमंडल का विस्तार होने की संभावना जताई जा रही हैं। माना जा रहा है शिवराज 15 अप्रैल तक विस्तार कर सकते हैं। इसके अलावा 15 अप्रैल से मध्यप्रदेश में गेहूं की खरीदी भी शुरू होने वाली है और ऐसे में जनप्रतिनिधियों का सक्रिय होना बेहद जरूरी हैं।
इन्हें मिल सकती है जगह
शिवराज मंत्रिमंडल में पहले दस स्थान सिंधिया समर्थक विधायकों के लिए तय है, जिनमें प्रभुराम चौधरी, तुलसीराम सिलावट, गोविंद सिंह राजपूत, इमरती देवी आदि शामिल है। इसके अलावा बिसाहूलाल सिंह, एन्दल सिंह कंसाना और हरदीप सिंह डंग का मंत्री बनना भी तय है। शेष बचे 20 स्थानों पर भाजपा अपने कई कद्दावर नेताओं के लिए जिसमें नरोत्तम मिश्रा, गोपाल भार्गव, भूपेन्द्र सिंह, रामपाल सिंह, सीताशरण शर्मा, कुंवर विजय शह, जगदीश देवड़ा आदि नेताओं के लिए सुरक्षित रखे है।