विदेश मंत्रालय की विधान संबंधी समिति की बैठक में शामिल हुए सांसद सेठ

Share:

डॉ अजय ओझा।

यूक्रेन से आए छात्रों की निर्बाध पढ़ाई, पाकिस्तान में हिंदुओं पर अत्याचार जैसे मुद्दे पर रखी अपनी बात ।

रांची में पासपोर्ट कार्यालय के अपने भवन और पासपोर्ट की सहज उपलब्धता पर भी रखी बात ।

रांची, 14 सितंबर । विदेश मंत्रालय की अधीनस्थ विधान संबंधी संसदीय समिति (लोकसभा) की बैठक संपन्न हुई। इस संसदीय समिति के सदस्य के रूप में रांची के सांसद संजय सेठ भी शामिल हुए। सांसद श्री सेठ ने विदेश मंत्रालय से जुड़ी कई महत्वपूर्ण मुद्दों को इस बैठक में प्रमुखता से रखा। जिस पर अधिकारियों ने त्वरित संज्ञान लेते हुए कार्रवाई की बात कही। अधिकारियों ने सांसद को आश्वस्त किया कि विदेश मंत्रालय हर मुद्दे पर बहुत गंभीरता से काम कर रहा है और हर तरफ हमारी नजर है। सांसद ने इस सक्रियता के लिए केंद्रीय विदेश मंत्री एस० जयशंकर के प्रति आभार जताया।
उपरोक्त बैठक में सांसद ने कहा कि यूक्रेन से भारत आए मेडिकल छात्रों की पढ़ाई निर्बाध रूप से जारी रहे, इस मुद्दे पर हमें गंभीरता से काम करने की आवश्यकता है। इस मामले में बैठक में बताया गया कि विदेश मंत्रालय गंभीरता से इस दिशा में काम कर रहा है।

वहीं इसके अतिरिक्त पाकिस्तान में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार, हिंदू बेटियों के जबरन निकाह जैसे मामले में हस्तक्षेप करने और विश्व मंच पर इसके विरुद्ध पाकिस्तान पर दबाव बनाने की बात भी सांसद ने बैठक में रखी। इस मुद्दे पर संबंधित अधिकारियों ने कहा कि यह सारा मामला मंत्रालय के संज्ञान में है और कार्रवाई भी चल रही है।

सांसद ने विदेश में विभिन्न परिस्थितियों में होने वाले भारतीयों की मौत और उनके शव की भारत वापसी पर होने वाली समस्याओं से भी अधिकारियों को अवगत कराया। इस प्रक्रिया को बेहद सरल बनाने पर जोर दिया ताकि किसी भी भारतीय का शव अपने देश लाने में उनके परिजनों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़े।

श्री सेठ ने बैठक में राँची में पासपोर्ट कार्यालय का अपना भवन, सरल और सुगम तरीके से लोगों को पासपोर्ट उपलब्ध कराने से संबंधित विषय पर अपनी बात रखा। साथ ही आग्रह किया कि पासपोर्ट कार्यालय का अपना भवन हो, इस दिशा में हमें और तेजी और सक्रियता से काम करने की आवश्यकता है ताकि लोगों की सेवा और सुगम हो सके।

सांसद श्री सेठ ने बैठक में भारत की मजबूत विदेश नीति के लिए विदेश मंत्री एस० जयशंकर के प्रति आभार जताया और कहा कि उनके नेतृत्व में हमारी विदेश नीति और मजबूत हुई है। हम मजबूती और तटस्थता के साथ बेहतर कार्य कर रहे हैं। इसका परिणाम है कि आज दुनिया के 100 से अधिक देशों को कोरोना वैक्सीन हम उपलब्ध करा रहे। भारतीय टीका पर दुनिया के किसी भी देशों में रोक नहीं है।


Share: