प्रयागराज : मौसम वैज्ञानिकों की कृषकों को सलाह

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सैम हिग्गिनबाॅटम कृषि, प्रौद्योगिकी एवं विज्ञान विश्वविद्यालय में चल रहे ग्रामीण कृषि मौसम सेवान्तर्गत भारत सरकार से प्राप्त पूर्वानुमान के अनुसार वैज्ञानिकों ने बताया है कि 23 मार्च तक वर्षा के आसार नहीं है। वैज्ञानिकों ने कृषकों को सलाह दी है कि अमरूद में उकठा रोग के नियंत्रण के लिए 20-30 ग्राम बाविस्टीन 10-15 लीटर पानी में मिलाकर प्रति पौधा जड़ों में प्रयोग करें। साथ ही 15 ग्राम जिंक सल्फेट व 1 मिलीलीटर मेटासिस्टाक्स एक लीटर पानी में घोलकर छिड़काव करें। सरसों की फलियों में सुनहरा पीला पड़ने पर कटाई करना उचित है। गन्ने की पछेती किस्मों की कटाई इसी माह पूरी कर लें। भिण्डी, लोबिया, राजमा आवश्यकतानुसार निराई-गुड़ाई व सिंचाई करें 50 किलोग्राम यूरिया खड़ी फसल में डालें। चने की फसल में दाना बनने की अवस्था में फलीछेदक कीट का अत्यधिक प्रकोप होता है। फलीछेदक कीट की रोकथाम के लिए प्रति हेक्टेयर मोनोक्रोटोफाॅस दवा की 0.75 लीटर मात्रा 700-800 लीटर पानी में घोलकर छिड़काव करें। यदि खुदाई के बाद आलू की बुवाई की गई हो तो 30 किग्रा. नाइट्रोजन (65 किग्रा. यूरिया) की टाप ड्रेसिंग पर्याप्त होगी। पपीता नये बाग की रोपाई करें। फलों को तोड़कर बाजार भेजें।


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