सत्ता और संगठन में समन्वय बनाने की कसरत
कोरोना महामारी के कारण लगातार चल रहे लॉक डाउन जहां अब अनलॉक की ओर देश और प्रदेश बना रहा है वहीं दूसरी ओर प्रदेश में बहुप्रतीक्षित मंत्रिमंडल विस्तार की तारीख लॉक की ओर बढ़ रही है । सत्ता और संगठन में समन्वय बनाते हुए दोनों ही मोर्चों पर जोश और होश का तालमेल बनाया जाएगादर असल प्रदेश में सत्तारूढ़ भाजपा संगठन में युवा नेतृत्व उभार कर भविष्य की भाजपा गढ़ रही है जिसमें प्रदेश पदाधिकारियों और कार्यकारिणी सदस्य का चयन भी महत्वपूर्ण हो गया है ।

इसके लिए संगठन को इंतजार था मंत्रिमंडल विस्तार का क्योंकि मंत्रिमंडल में जगह पाने में जो विधायक रह जाएंगे उन्हें संगठन में महत्वपूर्ण जिम्मेवारी सौंपी जाएगी क्योंकि अब संगठन को भाजपा की पुरानी पद्धति पर लाना है जिसमें देशभर में भाजपा का संगठन मध्यप्रदेश में मजबूत माना जाता था क्योंकि सरकार पर निर्भरता होने से विपक्ष में आते ही पार्टी कार्यालय पर सन्नाटा छा जाता है और छोटे-छोटे आंदोलनों को भी करने के लिए कड़ी मशक्कत करना पड़ती है पिछले डेढ़ साल के कांग्रेसी शासन काल में भाजपा संगठन को अपनी हकीकत पता चल गई और इसी कारण पहले विद्यार्थी परिषद और फिर भाजपा में संगठन क्षमता के धनी माने जाने वाले विष्णु दत्त शर्मा को पार्टी की कमान सौंपी गई और विष्णु दत्त शर्मा ने पदभार संभालते ही संगठन की ताकत दिखाना शुरू कर दिया उन्होंने 24 जिला अध्यक्ष एक झटके में बना दिए जिनमें अधिकांश युवा हैं ।

ऐसे ही वे मंत्रिमंडल विस्तार में भी संगठन का दखल बनाए हुए हैं इसी कारण अब तक मंत्रिमंडल का विस्तार आगे बढ़ाया जाता रहा हैबहरहाल रविवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा और संगठन महामंत्री सुहास भगत की बैठक हुई जिसके बाद तेजी से सोशल मीडिया पर खबरें चलने लगी की 2 जून को शाम 5:00 बजे मिंटो हाल में मंत्रिमंडल का विस्तार किया जाएगा इसी क्रम में पार्टी कार्यालय में पार्टी के वरिष्ठ नेता पूर्व नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव की प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा और संगठन महामंत्री सुहास भगत के साथ हुई चर्चा को भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है भार्गव लंबे अरसे के बाद राजधानी आए हैं। इसके पहले वे अपने गृह नगर गढ़ाकोटा में प्रवासी मजदूरों के लिए लंगर चलाते रहे हैं जबकिमंत्री बनने की इच्छुक लगभग 2 दर्जन विधायक राजधानी में लंबे समय तक डेरा डाले रहे और पार्टी नेताओं से मुलाकात करके अपना पक्ष रखते रहे इन नेताओं की चर्चा के बाद माना जा रहा है की सत्ता और संगठन में समन्वय बनाते हुए दोनों ही सूचियों को अंतिम रूप दिया गया है ।

मंत्रिमंडल की सूची लेकर आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान दिल्ली जा सकते हैं और यदि सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो फिर 2 जून को मंत्रिमंडल का विस्तार हो जाएगा दिल्ली में पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ-साथ पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा एवं केंद्रीय मंत्री नरेंद्र तोमर से चर्चा करके सूची को अंतिम रूप दिया जाएगा चौहान के साथ प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा दिल्ली जा सकतेकुल मिलाकर राज्यसभा चुनाव और 24 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव के कारण मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर पार्टी अतिरिक्त सतर्कता और सावधानी भरत रही है कहीं ऐसा ना हो की छोटी सी चूक भारी पड़ जाए खासकर जब प्रदेश में प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस बार-बार प्रदेश में सत्ता में वापसी करने की ना केवल बातें कर रही है बल्कि इसके लिए जमकर कसरत कर रही है एक तरफ जहां नजर भाजपा के मंत्रिमंडल विस्तार के बाद उत्पन्न होने वाले असंतोष पर है तो दूसरी ओर 24 सीटों में से अधिकतम सीटों को जीतने पर है लेकिन भाजपा प्रदेश और देश में सरकार में है इस कारण वह कांग्रेश के मंसूबे पूरे नहीं होने देगी और किसी के लिए पहली बार भाजपा सुरक्षात्मक ढंग से कदम आगे बढ़ा रही है अब जबकि यह तय हो गया है कि कोरोना के संग ही गतिविधियों को आगे बढ़ाना है ऐसे में राज्यसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव के लिए भी कभी भी तारीखे आ सकती हैं इसके लिए भाजपा सत्ता और संगठन कसावट लाने के लिए मंत्रिमंडल का विस्तार और प्रदेश कार्यकारिणी की घोषणा में समन्वय बनाते हुए सूचियों को अंतिम रूप दे रही है।

देवदत्त दुबे (ब्यूरो प्रमुख
)