सरकार व छात्रों के बीच बढ़ता मनमुटाव
विवेक रंजन ।
विगत कुछ सालों से यह देखने मे आ रहा है कि सरकार के फैसलों, नीतियों और कार्यव्यवहारों से सरकार व छात्र समुदाय के बीच मनमुटाव बढ़ा है। चाहे यह मुद्दा जामिया का हो या जे एन यू का,सब जगह सरकार के विरुद्ध आंदोलनों का सिलसिला चलता रहता है। मसला चाहे नई शिक्षा नीति का हो या फिर निजीकरण का,शिक्षण संस्थानों में छात्र समुदाय ने मजबूती से अपनी आवाज को बुलन्द किया है। मोदी सरकार में ऐसे आंदोलनों ने एक अलग रूप में अपनी जगह बनाई है। निजीकरण व बेरोजगारी जैसे मुद्दों को लेकर ज्यादातर युवा चिंतित व परेशान है। ऐसे में इस तरह के आंदोलनों का जन्म लेना स्वाभाविक है।