कोरोना संक्रमण से बचने अफवाहों का शिकार हो रहे हैं लोग
स्वास्थ्य संगठन ने समाज में फैल रही भ्रांतियां गिनाकर किया जागरूक सामाजिक दूरी
बनाने, रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने की लोगों से अपील की
कासगंज, 14 अप्रैल (हि.स.)। यदि आप अधिक गर्म क्षेत्र में रह रहें हैं, बर्फीले क्षेत्रों में हैं, युवा हैं, बालों को हेयर ड्रायर से सुखाते हैं, शरीर पर अल्कोहल या क्लोरिन का छिड़काव करते हैं, गर्म पानी से स्नान कर रहे हैं, अधिक लहसुन का सेवन कर रहे हैं और यह सब खुद को कोरोना के संक्रमण से बचने के लिए कर रहे हैं तो आपको सावधान होने की जरूरत हैं, क्योंकि आप कोरोना के संक्रमण को लेकर अफवाहों का शिकार हुए हैं।
सेंटर फार एडवोकेसी एंड रिसर्च की ऑर्गनाइजेशन की मंडल कॉर्डीनेटर राना बी. ने यह जानकारी देते हुए बताया है कि वर्तमान में कोरोना के संक्रमण को लेकर लोगों के बीच तमाम भ्रांतियां फैल रही हैं। जबकि विश्व स्वास्थ्य संगठन, स्वास्थ्य मिशन द्वारा इन भ्रांतियों को दूर करने के लिए तमाम प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि कई लोग तो मच्छरों से कोरोना वायरस के फैलने का भ्रम पाले हुए हैं।
जबकि मच्छरों से कोरोना का संक्रमण नहीं फैलता है। इनका कोई वैज्ञानिक आधार नहीं हैं। वह कहती हैं कि शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाकर, संक्रमित से दूरी बनाकर सरकार के दिशा निर्देशों का पालन कर और ऐहतियात बरतकर ही कोरोना के संक्रमण से बचा जा सकता है। गर्म पानी से नहाने के बजाय गर्म पानी में नमक डालकर गरारे करने, नाक मुंह को साफ करने से संक्रमित होने की संभावनाएं कम हो जाती हैं, क्योंकि वायरस नाक मुंह से ही शरीर में प्रवेश करता है।