माइक्रोसाॅफ्ट के कर्मचारी से बिल गेेट्स के अवैध यौैन संबंधों की जांच हुई थी
जयति भट्टाचार्य।
द वाॅल स्ट्रीट जरनल के रिपोर्ट के अनुसार माइक्र्रोसाॅफ्ट के बोर्ड के सदस्यों ने सन् 2020 में निर्णय लिया था कि सह संस्थापक बिल गेट्स के बोर्ड में बने रहने का कोई औचित्य नहीं हैै क्योंकि उनकी जांच में अरबपति बिल गेट्स के माइक्रोसाॅफ्ट की महिला कर्मचारी के साथ रूमानी रिश्तोें कोे अनुुचित पाया गया।
जरनल ने रविवार अनाम सूत्रों केे हवाले से रिपोर्ट किया कि इस मामले के जांच कर रहे बोर्ड केे सदस्यों नेे सन् 2019 में एक लाॅ फर्म को जांच के लिए नियुक्त किया था क्योंकि माइक्र्रोसाॅफ्ट के एक इंजीनियर नेे पत्र लिखकर दावा किया था कि उसके बिल गेट्स के साथ सालों से अवैैध यौैन संबंध थे। रिपोर्ट के अनुसार बोर्ड की जांच पूरी होनेे से पहले ही बिल गेेट्स ने त्याग पत्र दे दिया।
बिल के तरफ से एक अनाम महिला प्रवक्ता ने जरनल के समक्ष स्वीकार किया कि बीस साल पहले एक अफेयर था जोे दोेनों की सम्मति सेे समाप्त हुआ। महिला प्रवक्ता ने जरनल को यह भी बताया कि इस मामले का उनकेे बोर्ड को छोड़ने के साथ कोई लेना देेना नहीं हैै। जब उन्होंने पिछले साल बोर्ड छोड़ा तो बिल ने कहा था कि वह परोपकार के कार्योें पर ध्यान केंद्रित करने के लिए यह कदम उठा रहे हैं।
रविवार देर एसोसिएटेड प्रेस को माइक्रोसाॅफ्ट ने ई मेल करके बताया कि सन् 2019 की दूसरी छमाही में इस संबंध में पता चला कि बिल गेट्स ने 2000 में कंपनी की एक कर्मचारी से अवैैध रिश्तेे की शुुरूआत की है। बोर्ड की एक समिति ने संबंध की समीक्षा की औैर बाहर के एक लाॅ फर्म से संपूूर्ण जांच करवाई। जांच के दौरान माइक्रोसाॅफ्ट ने पूरा सहयोग दिया।