राष्ट्रीय सेवा योजना द्वारा आयोजित सरदार बल्लभ भाई पटेल जयंती

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गोंडा, ३० अक्टूबर। राष्ट्रीय एकता के प्रतीक लोह पुरुष सरदार बल्लभ भाई पटेल देश की राष्ट्रीय एकता और अखंडता के लिए प्रेरणा स्रोत हैं। राष्ट्रीय एकीकरण की प्रक्रिया में 562 देशी रियासतों का स्वतंत्र देश में विलय और उसके दौरान आने वाली कठिनाइयों का दृढ़ इच्छाशक्ति से मुकाबला सरदार पटेल का महत्तम कार्य है। भारत की राष्ट्रीय अस्मिता के निर्माण में सरदार पटेल को हमेशा याद किया जाएगा। ये बातें राष्ट्रीय सेवा योजना द्वारा आयोजित क्विज प्रतियोगिता एवं संगोष्ठी के समाहार वक्तव्य में आयोग से चयनित नवागत प्राचार्य डॉ. रवीन्द्र कुमार पांडेय ने कहीं। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाने का निहितार्थ है कि हम अपने देश की राष्ट्रीय एकता और अखंडता को अक्षुण्ण रखें। किसी भी विभेदकारी बात को महत्त्व न देते हुए सामाजिक समरसता को बनाए रखें, यही बल्लभ भाई पटेल के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि है।

सांस्कृतिक समिति के संयोजक डॉ. अतुल कुमार सिंह ने इस अवसर पर इस  बहुप्रचलित धारणा का खंडन किया कि अगर सरदार पटेल देश के प्रधानमंत्री हुए होते तो देश की तस्वीर कुछ और होती। उन्होंने कहा कि कुछेक मुद्दों को छोड़कर सरदार पटेल और नेहरु जी में मतभेद नहीं थे। ये दोनों महापुरुष देश को स्वतंत्र कराकर उन्नति के शिखर पर ले जाना चाहते  थे। प्रत्येक व्यक्ति के कार्य करने की अपनी शैली होती है। यह कहना कि काश ऐसा होता तो ऐसा होता, व्यर्थ की जल्पना है।

रक्षा अध्ययन विभाग के सह आचार्य डॉ. राज बहादुर सिंह बघेल ने स्वतंत्रता प्राप्ति के उपरांत राष्ट्रीय एकीकरण के महनीय प्रयास को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि हम सौभाग्यशाली हैं कि हमें सरदार वल्लभभाई पटेल जैसे राष्ट्र नायक मिले, जिन्होंने जूनागढ़ और हैदराबाद सहित 562 देसी रियासतों का भारत राष्ट्र में भी विलय कराया।

डॉ. चमन कौर, सहायक आचार्य, शिक्षक – शिक्षा विभाग ने विद्यार्थियों को सतत सृजनशील रहने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि उच्चतर मूल्यों की प्राप्ति हेतु हमें सतत प्रयत्नशील रहना चाहिए। इस मौके पर उन्होंने सरदार वल्लभभाई पटेल के महत्वपूर्ण कार्यों पर प्रकाश डाला।
डॉ. ममता शुक्ला, सहायक आचार्य मनोविज्ञान विभाग ने समस्त प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन करते हुए शुभकामनाएं दीं।
डॉ. जय शंकर तिवारी, सह आचार्य, हिंदी विभाग ने कार्यक्रम के अंत में सबके प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया।

सरदार बल्लभ भाई पटेल जयंती की पूर्व संध्या पर लाल बहादुर शास्त्री डिग्री कॉलेज में विद्यार्थियों के लिए सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता भी आयोजित की गई। आज़ादी के अमृत महोत्सव के मनाने के क्रम में महाविद्यालय में कई प्रतियोगिताएं आयोजित की जा रही हैं। जिसमें क्विज, वाद विवाद, निबंध लेखन, पोस्टर, लघु नाट्य प्रतियोगिता प्रमुख हैं।

क्विज प्रतियोगिता एवं विचार गोष्ठी का संचालन डॉ. रेखा शर्मा, कार्यक्रम अधिकारी राष्ट्रीय सेवा योजना ने किया।


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