राखी के धागे को पवित्र ही रहने दें
जयति भट्टाचार्य।
राखी के धागे की पवित्रता को बनाए रखना हर भाई बहन का दायित्व है न ही बहनें राखी को गिफ्ट पाने का जरिया समझें। समाज की आंखों में धूल झोंकने के लिए बॉय फ्रेंड को भाई बताना आज भी हो रहा हैै। फर्क इतना हैैै कि पहले बहुत ज्यादा था, आज थोड़ा कम हुआ है। आज कुछ लड़कियां हिम्मत करके बॉय फेंड को भाई कहके राखी नहीं बांधती बल्कि फ्रेेंडशिप डे पर फ्र्रेंडशिप बैंड बांधती हैं।
अगर आपका कोई बॉय फ्रेंड हैै तो उसेे समाज और घरवालों के सामने मुंह बोला भाई कहकर राखी के दिन राखी बांधना क्या उचित हैै ? क्या इससे राखी के धागे की पवित्रता नष्ट नहीं हो जाती! यदि किसी लड़के के साथ आपकी दोस्ती है तो सबके सामने उसे फ्रेेंड कहने की हिम्मत रखें। लड़कों से दोस्ती बुरी नहीं है। लड़के अच्छे दोेस्त बनकर आजीवन आपका साथ दे सकते हैैं, बस दोस्ती की सीमा आप तय करेें। बॉय फ्रेंड को भाई कहकर, राखी बांधकर राखी की पवित्रता को नष्ट न करें।
राखी का सबसे बड़ा गिफ्ट तो भाई द्वारा बहन को दिया गया रक्षा का वचन होता है लेेकिन आजकल बहनें राखी के बहुत पहले ही गिफ्ट की लंबी चौैड़ी सूची भाई को पकड़ा देते हैं। राखी रखीदते वक्त बहनें हिसाब लगा लेती हैं कि राखी की कीमत कितनी है औैर मिलने की उम्मीद कितनी हैै। जो भाई अमीर उनके लिए कीमती राखी ली जाती है क्योंकि वहां मिलने की उम्मीद ज्यादा रहती है वरना साधारण राखी से ही काम चला लिया जाता है। तब लड़कियों को याद आता है कि राखी का धागा ही असली है। जी हां राखी का धागा (सूत) ही असली है। उसका मोल न लगाएं औैर न ही उसकी पवित्रता को नष्ट करें।