राजमाता के बहाने भाजपा में सिंधिया की स्वीकार्यता बढ़ाने का प्रयास
देवदत्त दुबे।
भोपाल। राजमाता विजयाराजे सिंधिया की जन्म शताब्दी के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ₹100 का स्मारक सिक्का जारी करके राजमाता का गुणगान भाजपा के तमाम नेताओं ने जिस अंदाज में किया है उससे उनके पोते ज्योतिरादित्य सिंधिया की स्वीकार्यता भाजपा में बढ़ाने की पूरी कोशिश की गई है ।
दरअसल जब जब चुनाव के मौके आते हैं तब तब सिंधिया परिवार पर हमले तेज हो जाते हैं खासकर महारानी लक्ष्मी बाई की तरफदारी करते हुए सिंधिया परिवार पर अंग्रेजों का साथ देने का आरोप लगाया जाता है। लेकिन ₹100 का सिक्का जारी करके सिंधिया परिवार के योगदान और उनकी प्रतिष्ठा को बढ़ाने के लिए पूरी भाजपा ने गुणगान करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। पिछले महीनों जब ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने समर्थक विधायकों के साथ कांग्रेस सरकार गिरवा कर भाजपा की सरकार बनाई तब राजमाता सिंधिया को जमकर याद किया गया क्योंकि एक समय राजमाता सिंधिया ने भी डीपी मिश्रा की सरकार गिराकर संवेद सरकार बनाई थी और बाद में जनसंघ को मजबूती देने और भाजपा की स्थापना से लेकर उसके शिखर तक पहुंचने तक राजमाता सिंधिया का जो योगदान रहा है उसको नई पीढ़ी को याद करा कर ज्योतिरादित्य सिंधिया की स्वीकार्यता भाजपा में बढ़ाने की पूरी कोशिश की गई। यहां बताते चलें कि प्रदेश भाजपा के नेता मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान 2018 के पहले अटेर विधानसभा उपचुनाव के दौरान सिंधिया को घेरने वाले जो भाषण देते थे वह इस समय सोशल मीडिया पर वायरल कराए जा रहे हैं। इसके अलावा, जय भान सिंह पवैया, प्रभात झा, कैलाश विजयवर्गीय और नरोत्तम मिश्रा सिंधिया पर तीखे हमले करते रहे हैं। जिससे भाजपा की नई पीढ़ी में सिंधिया के प्रति वैसा आदर नहीं था जैसा राजमाता सिंधिया के प्रति रहा है। यही कारण है कि पार्टी अब अपने पुराने आरोपों को धो लेने और नए सिरे से भाजपाई समर्पण के मेकअप के साथ इन उपचुनाव में ज्योतिरादित्य सिंधिया को प्रस्तुत करेगी ।
बहरहाल सिंधिया घराना प्रदेश का पहला ऐसा घराना हो जाएगा जिसके लिए केंद्र सरकार ने सिक्का जारी किया है। राजमाता के नाम से जारी हुए इस सिक्के पर एक तरफ उनके जन्म का साल लिखा हुआ है तो दूसरी तरफ अशोक स्तंभ बना हुआ है स्तंभ के दोनों तरफ हिंदी और अंग्रेजी में भारत लिखा है। सिक्के के एक तरफ हिंदी और अंग्रेजी में राजमाता की जन्म शताब्दी अंकित की गई है ₹100 का स्मारक सिक्का ऐसे समय जारी किया गया है जब सिंधिया के प्रभाव वाले इलाके की 16 सीटों पर विधानसभा के उप चुनाव हो रहे हैं एवं प्रदेश की अन्य सीटों पर भी सिंधिया समर्थक भाजपा प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजमाता सिंधिया का गुणगान जिस सलीके से किया है उससे राजमाता सिंधिया को मरणोपरांत सबसे बड़ा सम्मान मिला है। वही उनके परिवार के सदस्यों की जो इस समय सभी भाजपा में है। वसुंधरा राजे सिंधिया, यशोधरा राजे सिंधिया और ज्योतिरादित्य सिंधिया सभी का महत्व भाजपा और खासकर नई पीढ़ी में बढ़ेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ साथ प्रदेश के नेताओं ने भी इस अवसर को मौके में बदलने में कोई चूक नहीं की। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया, ने ग्वालियर पहुंचकर जहां राजमाता सिंधिया को श्रद्धांजलि अर्पित की वहीं से अपने अपने निर्धारित कार्यक्रम मैं चुनाव प्रचार को निकले ।
पार्टी ने मंडल स्तर पर कार्यक्रम आयोजित किए हैं ।जिसमें राजमाता की डॉक्यूमेंट्री दिखाई गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा विजय राजे सिंधिया की जन्म शताब्दी समारोह के समापन अवसर पर ₹100 का स्मृतिसिक्का जारी किया गया । इसी कार्यक्रम को 11:15 बजे मंडल स्तर पर दिखाया गया और शाम को 7:00 बजे टीवी पर प्रसारित होने वाले डॉक्यूमेंट्री को भी भाजपा कार्यकर्ताओं को दिखाया गया भाजपा ने प्रदेश के सभी संगठनात्मक जिलों में राजमाता स्मृति कार्यक्रमों का आयोजन किया था। प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने राजमाता जन्म शताब्दी के समापन अवसर पर होने वाले कार्यक्रमों को लेकर पार्टी के जिला अध्यक्षों से ऑडियो ब्रिज के माध्यम से बात भी की ।
कुल मिलाकर राजमाता सिंधिया के बहाने भाजपा ने हाल ही में भाजपा में शामिल हुए उनके पोते और पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके समर्थकों की पार्टी में स्वीकार्यता बढ़ाने का प्रयास किया है साथ ही उपचुनाव के दौरान माहौल बनाने की भी पूरी कोशिश की है ।