समतामूलक समाज के हिमायती थे राजा मेदिनीराय: डॉ. रामेश्वर उरांव, माननीय मंत्री

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बेनीमामधव सिंह।

सरकारी मेला एवं पर्यटन स्थल घोषित होगा दुबियाखाड़ का मेला: मिथिलेश ठाकुर माननीय मंत्री।

राजा मेदनीराय के पद चिन्हों पर चलें लोग: रामचंद्र सिंह, माननीय विधायक।

पलामू में दो दिवसीय प्रमंडलीय आदिवासी विकास महाकुंभ मेला की हुई शुरूआत।

पलामू – सरकार दुबियाखाड़ के प्रमंडलीय आदिवासी विकास महाकुंभ मेला को पहचान देने के लिए दृढ़ संकल्पित है। यह मेला पलामू के लिए बहुत महत्वपूर्ण चीज है। सरकार इसे पहचान दिलाएगी और पर्यटन विभाग से भी इस मेले के आयोजन में सहायता मिलेगी। पलामू के राजा मेदिनीराय समतामूलक समाज के हिमायती थे। धनी-धनी राजा मेदनिया, घर-घर बाजे मथनिया का उनका संदेश काफी चर्चित है। वे गरीबों को धन देने का काम किया करते थे। यह बातें वित्त विभाग, योजना एवं विकास विभाग, वाणिज्यकर विभाग तथा खाद्य सार्वजनिक वितरण एवं उपभोक्ता मामले विभाग के माननीय मंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव ने कही। वे आज स्थानीय दुबियाखाड़ में आयोजित दो दिवसीय प्रमंडलीय आदिवासी विकास महाकुंभ मेला के उद्घाटन कार्यक्रम में बोल रहे थे।

मंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव ने युवा वर्ग तथा स्कूल-कॉलेज में अध्ययन कर रहे विद्यार्थियों से पलामू एवं झारखंड के इतिहास को पढ़ने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि पलामू में एक से बढ़कर-एक वीर शहीद और महापुरुष हुए हैं। पलामू के लाल ने अंग्रेजों को भगाने के लिए झारखंड में विद्रोह किया। उन्होंने युवा वर्ग को प्रेरित करते हुए कहा कि अतीत को जानने से भविष्य की समझ होती है। पलामू के इतिहास, यहां की सुंदरता से लोगों को जागृत होना चाहिए। पलामू का सौंदर्य यहां के लिए ही गौरव है। इसपर हमसबों को गर्व करना चाहिए। यहां की खनिज, संपदाओं पर वैज्ञानिक तरीके से काम होना चाहिए। इससे यहां के लोगों को रोजगार मिलेगा। उन्होंने पलामू के अतीत एवं वर्तमान पर प्रकाश डालते हुए कहा कि पलामू में पहले से बेहतर सुधार एवं विकास हुआ है। सरकार की योजनाएं आमजनों तक पहुंच रही है। इसके लिए आमजनों को सरकारी कार्यालय में आने की जरूरत भी नहीं है,बल्कि ‘आपके अधिकार-आपकी सरकार, आपके द्वार’ कार्यक्रम के माध्यम से सरकार एवं उनके प्रशासनिक पदाधिकारी आमलोगों के घर तक पहुंचकर योजनाओं का लाभ देने का काम किया है। कार्यक्रम के तहत आए आवेदनों की नियमित समीक्षा करते हुए उसका निष्पादन किया जा रहा है और उससे संबंधित लाभुकों को लाभान्वित करने का कार्य भी नियमित रूप से जारी है। उन्होंने कहा कि सरकार ने चापाकल अधिष्ठापन कर पेयजल की समस्या को दूर करने का काम किया है। वर्तमान में नल से जल देने को लेकर भी व्यापक स्तर पर कार्य किए जा रहे हैं। लोगों को हरा राशन कार्ड बनवाकर राशन देने का काम हो रहा है। वहीं सोना सोबरन योजना के तहत धोती, साड़ी, लूंगी बांटा जा रहा है। वहीं सर्वजन पेंशन योजना सहित विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ लोगों को दिया जा रहा है।

पर्यटन का हब बनेगा पलामू प्रमंडल : मिथिलेश ठाकुर।

पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने कहा की दुबियाखाड़ का प्रमंडलीय आदिवासी विकास महाकुंभ मेला सरकारी मेला घोषित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि झारखंड में नई पर्यटन नीति बनी है। इसके तहत पलामू प्रमंडल को पर्यटन हब के रूप में विकसित किए जाने की योजना है। दुबियाखाड़ भी पर्यटन स्थल घोषित होगा। उन्होंने कहा कि पलामू के प्रतापी राजा मेदिनीराय की कहावत धनी-धनी राजा मेदनिया, घर-घर बाजे मथनिया की कहावत को झारखंड सरकार चरितार्थ कर रही है। 2024 तक बदला हुआ झारखंड दिखेगा। उन्होंने कहा कि सरकार की योजनाएं समाज के अंतिम पंक्ति के लोगों को लक्ष्य कर तैयार की जा रही है। सरकार जीवन के साथ जीविका देने का काम किया है। सरकार ने कोरोना संकटकाल में भी लोगों का न केवल स्वास्थ्य की चिंता की, बल्कि उन्हें रोजगार देने का भी अवसर प्रदान किया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार जनता के लिए समर्पित है। यहां के आदिवासी मूलवासी को अधिकार दिलाने के लिए प्रयासरत है।

मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने मेला आयोजन समिति को एक लाख रूपये एवं मेले में आदिवासी कलाकारों द्वारा प्रस्तुत किए जा रहे आकर्षक सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति से अभिभूत होकर आदिवासी कला दल को 25,000 रूपये दिया।

मनिका विधायक रामचंद्र सिंह चेरो ने कहा कि पलामू के राजा मेदिनीराय क के नाम पर आयोजित दुबियाखांड़ का आदिवासी विकास महाकुंभ मेला और आगे बढ़ेगा। हम सभी राजा मेदिनीराय के पद्चिन्ह पर चलें, तो पलामू एवं राज्य का विकास होगा।

आदिवासी विकास महाकुंभ मेला समिति के अध्यक्ष अर्जुन सिंह ने कहा कि दुबियाखाड़ मेला विकास कार्यों से लोगों को जोड़ता है। उन्होंने मेला विकास एवं राजा मेदिनीराय को लेकर कई कार्यक्रम आयोजित एवं संचालित करने की मांग रखी। साथ ही मेला के अन्य सदस्यों ने भी अपने विचार रखे।

परिसंपत्तियों का किया गया वितरण

आदिवासी विकास महाकुंभ मेला में विभिन्न विभागों द्वारा परिसंपत्तियों का वितरण किया गया। समाज कल्याण विभाग की ओर से सोनी कुमारी, रेनू कुमारी, ज्योति कुमारी, गायत्री कुमारी को लाभान्वित किया गया। वहीं मुख्यमंत्री सुकन्या योजना से चंचला कुमारी, आर्यनंदनी कुमारी, शिवानी कुमारी, रश्मि कुमारी एवं निहारिका कुमारी को लाभ दिए गए। वहीं आपूर्ति विभाग की ओर से सोना-सोबरन धोती साड़ी वितरण योजना का लाभ लोगों को दिया गया। वहीं लाभुकों के बीच ग्रीन राशनकार्ड का वितरण किया गया। इसके अलावा सामाजिक सुरक्षा की ओर से जरूरतमंद लाभुकों वृद्धावस्था पेंशन दिव्यांग पेंशन विधवा पेंशन आदि पेंशन योजनाओं से लाभान्वित किया गया।
मेला परिसर में स्टॉल भी लगाए गए थे। साथ ही विभिन्न तरह की दुकानें सजी थी, जहां खाने-पीने के साथ-साथ अन्य सामग्री की बिक्री की जा रही थी। वहीं मेला में झूला आदि भी लगा था, जिसका लोगों ने आनंद लिया।

इनकी रही उपस्थिति

आदिवासी विकास महाकुंभ मेला में अतिथि, विशिष्ट अतिथि सहित सदर अनुमंडल पदाधिकारी राजेश कुमार साह, उप निदेशक जनसंपर्क आनंद, सदर अंचल अधिकारी झुनू मिश्रा सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी एवं आदिवासी विकास महाकुंभ मेला समिति के अध्यक्ष अर्जुन सिंह, उपाध्यक्ष अजय कुमार सिंह, सचिव सुरेंद्र सिंह, कोषाध्यक्ष अजीत सिंह, संरक्षक रामेश्वर सिंह, उप सचिव उमेश सिंह, पाहन शीतल सिंह चेरो, अरुण सिंह, निर्मल सिंह, श्याम नंदन सिंह, नीरज कुमार सिंह, भरदुल सिंह आदि उपस्थित थे।


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