राजनीति के चस्के में फंसा पीडब्ल्यूडी प्रतापगढ़ का कर्मचारी

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कोविड -19 वायरस के चलते पूरे देश में 25 मार्च से लाक डाउन घोषित है इस दौरान भारत सरकार के गृह मंत्रालय के 24मार्च आदेश पर देश के समस्त सरकारी व अन्य कार्यालय बंद थे परंतु इस दौरान उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ के लोक निर्माण विभाग अधीक्षण अभियंता कार्यालय का कर्मचारी चंद्रभान जो आशु लिपिक के पद पर पिछले 30 वर्षों से कार्यरत है उसके क्रियाकलापों के चलते उसके ऊपर कार्यवाही की तलवार लटक रही है। मामला यह है कि यह कर्मचारी 25 मार्च से 14 अप्रैल तक लोक निर्माण विभाग के कार्यालय के बंद होने के दौरान भी कार्यालय में ना केवल आता जाता था बल्कि वहां पर राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ बैठक भी करता था। इसके अलावा इस बात की पुष्टि उसके द्वारा पीडब्ल्यूडी प्रतापगढ़ कार्यालय में रखे रजिस्टर में उसके द्वारा दर्ज कराई उपस्थिति करती है चंद्रभान के ऊपर भारत सरकार के गृह मंत्रालय के आदेश के उल्लंघन के साथ-साथ उत्तर प्रदेश सरकार के अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी द्वारा 26मार्च को जारी उस पत्र के उल्लंघन का भी आरोप है जिसमें उन्होंने उत्तर प्रदेश के विभिन्न कार्यालयों में अत्यधिक आवश्यक कार्य हेतु किसी कर्मचारी के आने के लिए सिर्फ 2 दिन का पास निर्गत किया था। परंतु चंद्रभान नाम का कर्मचारी 25 मार्च से 14 अप्रैल तक लगातार कार्यालय जाता रहा और राजनीतिक गतिविधियों में भाग लेता रहा चंद्रभान के खिलाफ लोक निर्माण विभाग के लखनऊ प्रमुख अभियंता को एक शिकायत पत्र लिखा गया है, जिसमें कहा गया है कि चंद्रभान ने सरकारी सेवक आचरण नियमावली 1956 के धारा 5 (राजनीति व चुनाव में भाग लेना), धारा 7 (सरकार की आलोचना करना), धारा 9 (सूचना का अनाधिकृत संचार करना ),डिजास्टर मैनेजमेंट अधिनियम 2005 के धारा 51से56 का स्पष्ट रूप से उल्लंघन करना ,इसके अलावा भारतीय दंड संहिता की धारा 188 का स्पष्ट रूप से उल्लंघन करना बताया गया है ।

कार्यमुक्त करने वाला पत्र

चंद्रभान के ऊपर भ्रष्टाचार से संबंधित जांच पहले से चल रही है इसके साथ ही पत्र में कहा गया है कि चंद्रभान स्वयं सांस का मरीज है जो कार्यालय के कार्य के बहाने इधर-उधर घूम कर कोरोना वायरस के प्रसार में अपनी भूमिका निभा रहा है जो एक सरकारी कर्मचारी के द्वारा घोर निंदनीय कार्य है इस आधार पर भारतीय दंड संहिता की धारा 269 और 270 के आधार पर चंद्रभान के ऊपर कार्यवाही होनी चाहिए कहा यह भी जा मामला मीडिया में उछलने के बाद चंद्रभान का तबादला 29मई को अधिशासी अभियंता निर्माण खंड दो लोक निर्माण विभाग प्रतापगढ़ में कर दिया गया है परंतु लोक निर्माण विभाग प्रतापगढ़ के कार्यालय से उसको रिलीव नहीं किया जा रहा है। इसके परिपेक्ष्य में लखनऊ लोक लोक निर्माण विभाग के प्रमुख अभियंता आरसी शुक्ला के द्वारा कल 5 जून को एक पत्र जारी किया गया जिसमें अधीक्षण अभियंता से स्पष्ट रूप से कहा गया है कि तत्काल चंद्रभान को रिलीव किया जाए और उसकी सूचना उनके कार्यालय को उपलब्ध कराई जाए। इस मामले में जब प्रतापगढ़ के सुपरिंटेंडेंट इंजीनियर एमके सिंह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि अभी बहुत काम है ये भी हो जायेगा।

सौरभ सिंह सोमवंशी (पत्रकार)


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