अखिलेश के लगातार उत्तर प्रदेश सरकार पर दोष देने व जनता के बीच भ्रम फैलाने से राजनीति गरामने लगी है

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संदीप मित्र।

पिछले साल पूर्व सीएम लोगो को वैक्सीन ना लगाने की हिदायत दी रहे अब कह रहे है ‘नो एग्जामिनेशन विदओट वैक्सीनेशन ‘ । लोगो को भ्रमित कर रहे है अखिलेश। राजनीति बच्चो के भविष्य को लेकर कर कर रहे है ।

कोरोना काल में भी कुछ रुष्ट किसानो के मांग को धार देने की प्रयास कर रहे है अखिलेश। बटवारे की राजनीति कर वोट बैंक बडाने की प्रयास मे अखिलेश।

अधुरी जानकारी पर राजनीतिक रोटी सकते अखिलेश। बेवजह भ्रम फैलाते अखिलेश।

राजनीतिक बटवारा की उम्मीद में अंधेरे मे तीर चलाते अखिलेश।

क्या कहना है भाजपाई कुनबे मे बैठे लोग का:

जनता परेशान है अखिलेश जैसे ‘ट्विटरजीवी’ और ‘बयानजीवी’ नेताओं से

सपा को न प्रदेश की चिंता न ही जनता की ।

सपा मुखिया भूले अपने गांव और संसदीय क्षेत्र, सीएम योगी ने ली सुध

समाजवादी पार्टी का ना तो अब समाज से कोई सरोकार रह गया है न ही समाज के प्रति कोई ज़िम्मेदारी रह गई है। एसी कमरों में बैठ कर सिर्फ बयान देना और ट्वीट करके जनता का दुख दर्द नहीं समझा जा सकता है। ऐसे फाइव स्टार राजनीतिज्ञ वैश्विक संकटकाल में प्रदेश के लोगों की सेवा करने के बजाय लगातार पार्टी के नेता अनाप शनाप बयानों से राजनीति का स्तर गिरा रहे हैं। ये बातें उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री और राज्य सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थ नाथ सिंह ने आज समाजवादी पार्टी के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहीं।

उन्होंने कहा कि अखिलेश जैसे ‘ट्विटरजीवी’ और ‘बयानजीवी’ नेताओं से जनता परेशान हो चुकी है। ज़मीन पर उतरे बिना जमीनी हकीकत नहीं जानी जाती। एक ओर सपा के नेता अफवाह और भ्रामक बयानों और ट्वीट से जनता को बरगलाने का कुचक्र रच रहें हैं।

सिद्धार्थ नाथ सिंह ने फिर सीएम योगी से तुलना को ।

तो वहीं दूसरी ओर प्रदेश के सीएम योगी कोरोना संक्रमण से ठीक होते ही जनता का दुख दर्द जानने और प्रदेश की तैयारियों का जायजा लेने के लिए प्रदेश के जिलों का ताबड़तोड़ दौरा कर रहे हैं। वो गांव गांव जा कर लोगों का हाल ले रहे हैं। जिलों के अस्पपतालों, वैक्सीन और कोविड कमांड सेंटरों का निरीक्षण कर रहे हैं। निगरानी समितियों और जनप्रतिनिधियों के साथ मीटिंग कर समस्याओं के समय से निस्तारण की रूपरेखा बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि सीएम योगी अब तक प्रदेश के सभी मंडल मुख्यािलयों समेत 50 से ज्या दा जिलों का दौरा कर चुके हैं। सीएम योगी प्रदेश की 24 करोड़ जनता को अपना परिवार मानते हैं। कोरोना महामारी में सपा मुखिया जहां अपने गांव सैफई और अपने संसदीय क्षेत्र आजमगढ़ को भूल गए वहीं योगी जी वहां गए और वहाँ के लोगों, वहाँ की स्वास्थ्य सुविधाओं की सुध ली।

सिद्धार्थनाथ के कहा कि जहां कई प्रदेशों में टीकाकरण की प्रक्रिया ठप हो रही है वहीं यूपी में हर रोज टीकाकरण का रिकार्ड बन रहा है। देश में सबसे ज्यामदा टीकाकरण यूपी में ही हो रहा है। 45 साल से ज्यारदा उम्र के लोगों को टीके की 1.81 करोड़ डोज दी जा चुकी है, जबकि 18 से 44 साल के लोगों को टीके की 13.65 लाख डोज लग चुकी है। उन्होंने कहा कि योगी सरकार ने पिछले 24 घंटे में 3 लाख 58 हजार 273 टेस्ट कर देश में कोविड टेस्टिंग का सबसे बड़ा रिकार्ड बना दिया है। सीएम योगी के लगातार अथक परिश्रम का परिणाम है कि प्रदेश में कोरोना के नए मामलों की दर घट कर 1 फीसदी पर सिमट गई है, जबकि रिकवरी रेट 95.1% के आंकड़े को पार कर गया है। 26 दिन के भीतर कोरोना एक्टिव मामलों में 80 फीसदी की कमी लाने वाला यूपी देश का पहला राज्य6 बन गया है।

सिद्धार्थनाथ के कहा कि विपक्ष के पास आज मुद्दों का अकाल है, महामारी के गंभीर वक्त में भी इनको राजनीति सूझ रही है। पहले सपा के मुखिया और पार्टी के अन्य नेता वैक्सीन को लेकर पहले जनता के बीच भ्रम फैलाते हैं, वैक्सीन को पार्टी विशेष की वैक्सीन कहकर वैक्सीनेशन प्रक्रिया का मज़ाक उड़ाते हैं। फिर वैक्सीन के लिए एक नीति बनाने और वैक्सीन पर झूठी चिंता व्यक्त करते हैं। उन्होंने कहा कि विपक्ष के नेताओं के बचकाने बयानों ने इनके साथ इनके समर्थकों के जीवन को भी खतरों में डाल दिया है। इन्हें न अपने समर्थकों की चिंता है और न ही प्रदेश की। इन्हें तो सिर्फ मौतों पर लाशों पर राजनीति करनी है, प्रदेश के लोगों को गुमराह करना है। वहीं दूसरी तरफ सीएम योगी गांव गांव जाकर लोगों से वैक्सीन लगवाने की अपील कर रहें है और जनप्रतिनिधियों को स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने के लिए एक सीएचसी या पीएचसी गोद लेने का आग्रह कर रहें है।


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