प्रतापगढ़: जिला अस्पताल में ‘एलाइजा मैथड’ से अब शुरू हुई डेंगू की जांच…

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जतिन कुमार चतुर्वेदी।

  • डेंगू की जांच के इस नए प्रयोग(एलाइजा मैथड)से एक बार में ही आ रही है सही जांच,गौरतलब है कि पहले किट के माध्यम से होती थी जांच,किट की जांच से सही नहीं आता था रिपोर्ट!जिससे मरीजों के साथ ही परेशान होते थे तीमारदार।

हौआ नहीं है डेंगू, बरतें एहतियात…

-जिला चिकित्सालय के सेंट्रल क्लिनिकल लैब में तैनात डॉक्टर दीपिका केसरवानी ने बताया कि पहले डेंगू की जांच किट के माध्यम से होती थी,जिसमें डेंगू की पुष्टि होने के बाद भी संदेह बना रहता था कि जाँच सही है या नहीं,इसके लिए लोग मजबूरी में बाहर जाकर दोबारा जांच कराते थे,इससे मरीज व उनके तीमारदार परेशान होते थे,लेकिन अब अस्पताल में ‘एलाइजा मैथड’ से लोगों की जांच हो रही है, इस विधि से डेंगू के सही मरीज सामने आते हैं, जिनका बेहतर उपचार किया जा रहा है। अब एलाइजा मैथड से डेंगू के मरीजों को किसी प्रकार का ‘संदेह’ नहीं हो रहा है।

ध्यान दें: डॉक्टर दीपिका केसरवानी का कहना है कि ऐसे व्यक्ति जिन्हें जोड़ों में दर्द व अधिक दिनों तक बुखार आ रहा हो, वे अस्पताल आकर डेंगू की जांच करा लें,यदि जांच में डेंगू निकलता है तो उसका इलाज जिला अस्पताल में ‘निशुल्क’हो रहा है।उन्होंने बताया कि लोगों को जागरूक व जिम्मेदार होना चाहिए क्योंकि ‘जान है तो जहान है’

राहत है,दिनों दिन कम हो रहे डेंगू मरीज
जिला अस्पताल में बतौर लैब टेक्नीशियन कार्य कर रहे सौरभ मिश्रा ने बताया कि जनपद के लिए डेंगू को लेकर राहत भरी खबर यह है कि अब डेंगू के मरीज ज्यादा नहीं निकल रहे हैं, बल्कि दिनोंदिन कम मरीज ही सामने आ रहे हैं, जो राहत भरी खबर है।

इधर डेंगू जैसी भयानक बीमारी से लोगों को बचाने में बड़ी भूमिका निभाने में डॉक्टर दीपिका केसरवानी, डॉ.रिचा पांडेय,डॉ.अमित कुमार सिंह,लैब टेक्नीशियन के रूप में कार्यरत सौरभ मिश्रा, राम प्रकाश शुक्ला व अमृता पांडेय आदि का अतुलनीय सहयोग प्राप्त हो रहा है।


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