नौटंकी ‘दास्तान – ए – लैला मजनूं ‘ का भव्य मंचन

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मनीष कपूर।

आज उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र के मंच पर “दास्तान – ए – लैला मजनू ” का मंचन लोक कलाओं के संरक्षण एवं संवर्धन की अग्रणी संस्था स्वर्ग रंगमंडल द्वारा किया गया।

कलाकार अपने अपने किरदारों में जब अरबी वेशभूषा के साथ मंच पर उतरे तो लैला मजनू का दौर जीवंत हो उठा सेट डिजाइन बहुत ही उम्दा रहा तथा दृश्य निरूपण भव्य रहा जो दर्शक को निरंतर लुभाता रहा।

प्रस्तुति के दौरान प्रेक्षागृह मविन दर्शकों की भारी भीड़ उपस्थित रही एवं प्रयागराज के सभी मानिंद रंग निर्देशक तथा साहित्यकार गण उपस्थित रहे।

नौटंकी “दास्तान – ए – लैला मजनू” की जीवंत एवं रसवंती कार्य की दर्शकों के अंतर्मन में रस घोल थी रहे और पारसी नाटकों के उर्दू जबान की चाशनी में पगे संवादों ने समा बांध दिया।

कलाकारों के बेहतरीन अभिनय ने दर्शकों की खूब तालियां बटोरी।

“दास्तान – ए – लैला मजनू” की इस शानदार प्रस्तुति का निर्देशन देश के माने जाने रंग निर्देशक एवं लोककलाविद अतुल यदुवंशी ने किया।

मंच पर नट – संदीप शुक्ला, नटी – सुजाता केसरी, मजनू – सचिन केसरवानी, लैला – वैष्णवी केसरी, लैला की अम्मी: प्रिया मिश्रा, शहर काजी: शिवकुमार सरस्वती, शहजादा बख्त: एजाज़ खान एवं तबरेज: आर्यन मोहिले ने यादगार भूमिका निभाई।

मंच पर सहायक भूमिकाओं में धीरज अग्रवाल, बसंत लाल त्यागी, कृष्ण कुमार मौर्या, श्रेया गुप्ता, शिवानी कश्यप, अनन्या मोहिले, देवेंद्र राजभर, साहिल केसरवानी, अरविंद यादव, हर्ष राजपाल, मोहम्मद साजिद, बचई लाल एवं अन्य ने अपनी भूमिकाओं से न्याय किया।

मंच परे – हारमोनियम: दिलीप कुमार गुलशन ,ढोलक मोहम्मद साजिद, नक्कारा नगीना, स्वर साधना उस्ताद यासीन नाजा, अलाप शिवम कुशवाहा ने किया।

बैकग्राउंड संगीत रोशन पांडे का रहा। मल्टीमीडिया सेट द्वारा मनमोहक दृश्य का संचालन अद्वितीय ने किया। वस्त्र विन्यास शिल्पी यदुवंशी, रूप सज्जा मोहम्मद हामिद, प्रकाश संयोजन सुझाया घोषाल का रहा।

इस नौटंकी के लेखक लोक कला शिरोमणि राजकुमार श्रीवास्तव हैं ।

प्रस्तुति के सहायक निदेशक डॉ सोनम सेठ एवं शिल्पी यदुवंशी रही, पूरे कार्यक्रम का संयोजन कृष्ण कुमार मौर्य का रहा।


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