मुंशी प्रेमचंद द्वारा लिखित कहानी ” बेटों वाली विधवा ” का नाट्य मंचन हुआ

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मनीष कपूर।

उत्तर मध्य सांस्कृतिक केंद्र के प्रेक्षागृह में संगम सांस्कृतिक एवं सामाजिक संस्था के तत्वावधान में वरिष्ठ रंगकर्मी स्व. अश्वनी अग्रवाल जी की द्वितीय पुण्यतिथि की स्मृति में दिनांक 10 जनवरी 2022 को मुंशी प्रेमचंद द्वारा लिखित कहानी ” बेटों वाली विधवा “ का नाट्य मंचन हुआ, नाटक का निर्देशन सुबोध सिंह और नाट्य रूपांतरण पंकज पाण्डेय ने किया प्रस्तुति नियंत्रक श्री रिषभ यादव मंच संचालन श्री सोनी कुमार गुप्ता । शायद सरकार को वृद्धा पेंशन व वृद्धा आश्रम जैसी योजनाओं की जरूरत पड़ी,जवान बेटे बहुयें अपनी विधवा मां को आज बोझ समझते हैं। ये बोझ कैसे कम हो वो ये सोचते हैं।

लेकिन वृद्धावस्था में जब उसे बेटों का प्यार और बहुओं का दुलार नहीं मिलता तो बड़ी असमंजस की स्थिति हो जाती है न तो वो मर सकती है न तो जी सकती है जिन बच्चों को चलना सिखाती है समाज की ऊंच-नीच अच्छी बातें सिखाती है।

वही वृद्धावस्था में विधवा की स्थिति में हम बच्चों पर बोझ बन जाती है। चार-चार बेटों के होते हुए भी विधवा मां अपने घर के कोने में पड़े-पड़े अपने सुखी दिन को सोच कर आंसू बहा रही होती है। इस नाटक में आरती चौबे , अंजलि, डॉ राजन, सचिन चन्द्रा, संजू साहू, श्रुति, श्रिया,अनूप श्रीवास्तव, श्वेतांक मिश्रा, अभिषेक गिरी,आसिता, शिवानंद शास्त्री,नीरज मिश्रा, श्रेया , चंकी बच्चन, विनय कुमार, शुभम श्रीवास्तव आदि ने अपने सशक्त अभिनय से दर्शकों की खूब वाहवाही लूटी। संस्था के सचिव श्री नीरज त्रिपाठी जी ने कार्यक्रम का सारा कार्यभार संभाला।


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