उत्तर प्रदेश में लौटे श्रमिकों के स्वाथ्य भोजन और सुरक्षा को ले कर योजना

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2 मई, लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिया है कि दूसरे प्रदेशों के जिन श्रमिकों की घर वापसी हो रही है उनको स्थानीय स्तर पर उनकी दक्षता के अनुरूप ही काम दिया जाए। इसके लिए आने वाले हर श्रमिक का मोबाइन नंबर और उसकी विशेषज्ञता को एकत्र कर लिया जाये। दूसरे प्रदेशों से वापस आने वाले श्रमिकों की संख्या 15 से 20 लाख तक होगी। संबंधित विभाग इसी अनुसार अपनी कार्ययोजना तैयार करें।

यह जानकारी अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी और प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने शनिवार को आयोजित संयुक्त प्रेसवार्ता के दौरान दी। अपर मुख्य सचिव गृह ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश के अनुसार सभी विभाग चुनौती की इस घड़ी को अवसर के रूप में बदलने के लिए कार्यरत हैं। लॉकडाउन की शर्तों का अनुपालन करते हुए चीनी मिलों और ईंटों की तरह अन्य औद्योगिक इकाईयां भी चालू कराई जाएंगी।

मुख्यमंत्री के निर्देश के क्रम में जिन राज्यों से श्रमिकों को लाना है, वहां की सरकारों से संपर्क किया जा रहा है। उनकी सूची के अनुसार ही स्वास्थ्य परीक्षण के बाद उनको लाने के बाद क्वारंटीन किया जाएगा। क्वारंटीन सेंटर की व्यवस्था ठीक हो इसके लिए हर जिले में एक नोडल अधिकारी नियुक्त होगा। श्रमिकों को लेकर नासिक (महाराष्ट्र) से पहली ट्रेन चल चुकी है। यह झांसी होते हुए रविवार को लखनऊ पहुंचेगी।

अपर मुख्य सचिव ने बताया कि 16 लाख सरकारी कर्मचारियों को वेतन और 12 लाख रिटायर्ड कर्मचारियों को पेंशन दी जा चुकी है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर हमारा हर संभव प्रयास है कि कोरोना का संक्रमण चिकित्सकों और पैरा मेडिकल स्टॉफ में न फैले। कोरोना का अस्पताल केवल कोविड अस्पतालों में ही होगा। बाकी रोगियों का अस्पताल नॉन कोविड अस्पतालों में होगा। कौन संक्रमित है और कौन नहीं। हर अस्पताल की इमरजेंसी में ही इसकी मुकम्मल व्यवस्था होगी।


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