कोरोना काल में लोकतंत्र का उत्सव
शिव नारायण त्रिपाठी।
मरवाही। लोकतंत्र में मतदान एक उत्सव है। यह तो हमेशा ही देखने को मिलता रहा, लेकिन आज 3 नवम्बर को हो रहे मतदान में मतदाताओं का दिखने वाला उत्साह इसलिए मायने रखता है क्योंकि पूरा विश्व अभी कोरोनारूपी महामारी से जूझ रहा है। ऐसी महामारी जिसकी अभी कोई दवाई नहीं है। तब भी लोग कोरोना के डर से घर में नहीं रहे अपितु सावधानीपूर्वक मतदान में बढ़ चढ़ कर शामिल हुए।
देश के विभिन्न प्रांतों में उप चुनाव के लिए 3 नवम्बर को मतदान हो रहा है। मध्यप्रदेश व छत्तीसगढ़ में 29 विधान सभा क्षेत्र में उप चुनाव हो रहे हैं । जिसके लिए आज मंगलवार को मतदान एक नए रूप में देखने को मिला। जहाँ मतदान केंद्रों में आमतौर पर होने वाली चुनावी व्यवस्था तो वैसी ही चाक चौबंद रही साथ ही कोरोना को लेकर सरकार के दिशा-निर्देश का पालन भी दिखाई दिया। मतदान केंद्र में प्रवेश करते ही पहले मतदाता का टेम्परेचर चेक किया जाता था, उसके पश्चात् हाथ सेनेटाइज कराकर उन्हें दस्ताना व मास्क पहनने के लिए दिया जाता रहा। हालांकि प्रवेश के समय यह सावधानी तो बरती जा रही थी लेकिन मतदान के लिए लाइन लगते समय अधिकांश जगह सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो रहा था।