ब्राह्मण के कण कण में बसे हैं परशुराम संस्कार का दूसरा नाम भगवान परशुराम : ब्राह्मण महासभा
डाॅ अजय ओझा।
रांची, 3 मई । सारा विश्व अक्षय तृतीया के दिन सुख शांति और समृद्धि के लिए पूजा पाठ हवन यज्ञ करते और कराते आए हैं ,और आज ही के दिन भगवान विष्णु के छठे अवतार संसार को सुख और शांति देने के लिए भगवान परशुराम के रूप में इस धरती में अवतरित हुए! ब्राह्मण समाज अपना आदर्श और अपना वंशज भगवान परशुराम को मानते हुए आज झारखंड राज्य ही नहीं पूरे देश से इसको कोरोना महामारी से निजात और भ्रष्ट मुक्त शासन की कामना करते हुए भगवान परशुराम के चित्र पर माल्यार्पण कर प्रसाद चढ़ा दीप प्रज्वलित कर समस्त ब्राह्मण समाज भगवान से कामना की है!
कान्यकुब्ज ब्राह्मण महासभा झारखंड के तत्वधान में चुटिया स्थित प्रधान कार्यालय समाज के संयोजक मनोज कुमार पांडेय एवं प्रदेश महिला प्रकोष्ठ के वरिष्ठ सदस्य ललिता ओझा की उपस्थिति में महिला प्रकोष्ठ रांची के संयोजक शोभा पांडेय अध्यक्षता में संपन्न हुई कार्यक्रम में ब्राह्मण समाज के वरिष्ठ अनुभवी कर्मकांडी विद्वान श्री महादेव वैद्य ,तारा देवी ,सरिता वैद्य, रेनू पांडेय, पूजा पांडेय, प्रीति पांडेय जूही पांडेय के अलावा दिलीप पांडेय राजकुमार पांडेय, अनुप पांडेय विशेष रूप से उपस्थित थे!