दूसरे गोले से आया पी.के.ने दिया पर्यावरण संरक्षण का संदेश

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मनीष कपूर।

मातृ दिवस पर धरती मां को बचाने का संदेश ।

लोकल प्रयागराज और नुक्कड़ नाट्य अभिनय संस्थान प्रयागराज के संयुक्त तत्वावधान में दिनांक 08 मई 2022 को शाम 5: 00 बजे सिविल लाइन स्थित एक रेस्टोरेंट में युवा निर्देशक कृष्ण कुमार मौर्य के निर्देशन नुक्कड़ नाटक “पी.के. हो का” का मंचन किया गया।

इस नुक्कड़ नाटक में पी.के. एक ऐसा पात्र है जो दूसरे गोले से आकर सीधे आम दर्शकों के बीच आकर खड़ा हो जाता है और वहां के लोग अचानक अपने बीच पी.के .को पाकर सेल्फी लेते हैं। कुछ रिपोर्टर्स पी.के .के आने का उद्देश्य पूछते हैं ?

पी.के . बताता है की हमारे गोला में भी यही गलती कर रहे हैं जो तुम्हारे गोला के लोग कर रहे हैं!

हमारे गोला में हम लोगों ने प्रकृति के साथ खिलवाड़ किया, आधुनिकता के नाम पर हमने पेड़ों को काटकर शहर बसाए , और एक दिन ऐसा आया जब हमारे गोला पर हवा एवं पानी सब खत्म हो गया पूरा गोला विनाश के कगार पर आ गया !

अभी एकमात्र तुम्हारा गोला है , जिस पर जीवन यापन संभव है , लेकिन यहां के गोला निवासी ऐसे ही पेड़ काटते रहे तो इस गोला पर भी जीवन यापन समाप्त हो जाएगा !

पी.के .कहता है “प्रकृति को बचाओ, प्रकृति तुम्हें बचाएगी” दर्शकों के पूछने पर की “पेड़ कैसे बचाया जाए ?

पी.के. आस पास के पेड़ को हिंदू धर्म के अनुसार पेड़ पर माला फूल नारियल चढ़ाकर, एक मूर्ति लगाकर मंदिर स्थापित करता है !
और कहता है कि अब इस पेड़ को कोई नहीं कटेगा , अगर कुछ अंधविश्वास हमारे अस्तित्व बचा सकते हैं तो अंधविश्वास अच्छा है!

नाट्य के कलाकारों में हर्ष राजपाल, मोहम्मद करीम, शिवेश सिंह बघेल, हेमलता साहू, अंजू वर्मा रोशनी मौर्य, करण यादव, प्रदीप कुमार, राहुल सिंह, रहे। कार्यकम संयोजन नीतीश कुशवाहा का रहा।


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