नाजरेथ अस्पताल का 46वाँ स्थापना दिवस एवं दिव्य ज्योति स्कूल का 4था स्थापना दिवस मनाया गया

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13 दिसम्बर 2021 सायंकाल 05 बजे उपरांत को नाज़रेथ अस्पताल सोसाइटी की दो संस्थाएं नाजरेथ अस्पताल का 46वाँ स्थापना दिवस एवं दिव्य ज्योति स्कूल का 4था स्थापना दिवस बड़े हर्षोउल्लास के साथ मनाया गया।

इस समारोह की मुख्य अतिथि प्रयागराज की माननीय महापौर श्रीमती अभिलाषा गुप्ता नंदी जी एवं विशेष अतिथि रेव्ह सिस्टर श्रुति एसआरए वाराणसी एवं रेव्ह फादर लुईस मास्करेनस, इलाहाबाद रोमन कैथोलिक धर्मप्रान्त के प्रशासक और अध्यक्ष नाजरेथ अस्पताल सोसाइटी तथा वर्तमान निदेशक नाजरेथ अस्पताल की गरिमायी उपस्थिति में इस समारोह का आयोजन किया गया।
नाजरेथ अस्पताल की पहचान उसके परोपकारी, कुशल और समर्पित कार्यप्रणाली एवं मरीजों की उच्च स्वास्थ्य सेवाओं एवं सुविधाओं के लिए प्रख्यात है न सिर्फ प्रयागराज बल्कि आस-पास के जनपदों में भी।

दिव्य ज्योति स्कूल एक संस्था सिर्फ नेत्रहीन बालिकाओं के लिए है। इस संस्था ने इन बच्चों को पूर्णरूप से अपनाया है जहाँ पर इनके रहन-सहन, खान-पान, शिक्षा एवं पुनर्वास और सम्पूर्ण निजी एवं अन्य आवश्यकताओं को पूरा किया जाता है। इनकी कार्यकुशलता एवं अच्छे स्वनिर्भन व्यक्तित्व का खासतौर पर पूर्णरूप से ध्यान रखा जाता है। इस स्थापना दिवस के अवसर पर इन बच्चों ने बड़ी मेहनत करके कई सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये जिसमें कि गाने, नृत्य, नाटक और वाद्ययंत्र जिसमें सितार आदि का भव्य प्रदर्शन किया। इनको समस्त उपस्थित गणमान्य अतिथियों द्वारा भावनात्मक रूप से सराहा गया।

सांस्कृतिक कार्यक्रम की शुरूआत एक प्रार्थना नृत्य से हुई। तदुपरांत उपस्थित मुख्य अतिथि और विशेष अतिथिगण द्वारा द्वीप प्रज्ज्वलित किया गया। इसके उपरान्त, अस्पताल के निदेशक द्वारा मुख्य अतिथि एवं उपस्थित सभी गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया।

नाजरेथ नर्सिंग स्कूल की छात्राएं एवं नाजरेथ अस्पताल नर्सिंग स्टाफ के द्वारा अनेक नृत्य एवं नाटक प्रस्तुत किये गये जिसे देखकर सभी उपस्थित दर्शक मनमोहित एवं रोमांचित हो उठे।

मुख्यअतिथि माननीय महापौर जी ने अपने आशीष वचनों से नाज़रेथ अस्पताल परिवार के सभी सदस्यगण की समर्पित स्वास्थ्य सेवाओं एवं कार्यप्रणाली की सराहना करते हुए कहा कि इसी सेवाभाव के लिए नाजरेथ अस्पताल को जनता का भरोसा एवं विस्वास प्राप्त है। और आने वाले वर्षों में कड़ी मेहनत से अपनी कार्यप्रणाली में बढोत्तरी के लिए प्रोत्साहित किया।

धन्यवाद ज्ञापन के साथ राष्ट्रगान की प्रस्तुति के साथ समारोह का समापन हुआ। तत्पश्चात मुख्य अतिथि एवं समस्त अतिथियों को भोजन ग्रहण करने का अनुरोध एवं आग्रह किया गया।


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