अंतरराष्ट्रीय भारत रंग महोत्सव में नौटंकी बूढ़ी काकी की प्रस्तुति

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मनीष कपूर।

अंतरराष्ट्रीय रंग महोत्सवों में देश के बहु-प्रतिष्ठित नाट्य महोत्सव “भारत रंग महोत्सव” के 22वें संस्करण में प्रयागराज की स्वर्ग रंगमंडल द्वारा बेहद लोकप्रिय और उत्कृष्ट नौटंकी “बूढ़ी काकी” का मंचन मध्य प्रदेश के भोपाल में प्रसिद्ध ऑडिटोरियम ‘भारत भवन’ में 16 फरवरी को होगा। लोक मर्मज्ञों और रंग दर्शकों द्वारा सराही गयी इस प्रस्तुति का भारत रंग महोत्सव में आयोजित होना प्रयागराज के लिए भी गौरव का क्षण हैं। इससे पूर्व भी स्वर्ग रंगमंडल द्वारा भारत रंग महोत्सव में अपनी प्रस्तुतियां दी हैं।

14 से 26 फरवरी तक भारत रंग महोत्सव का आयोजन देश के विभिन्न शहरों में हो रहा है। जिसमे दिल्ली, जयपुर, भोपाल, गुवाहाटी, नासिक, राजामुंदरी, जम्मू, श्रीनगर, केवडिया और रांची शामिल हैं। इस आयोजन में देश के ख्यातिलब्ध निर्देशकों की उत्कृष्ट प्रस्तुतियां देखने का सुअवसर मिलता है जिसका सुधीजनों को इंतज़ार रहता है।

इस आयोजन की श्रृंखला में स्वर्ग रंगमंडल की मुंशी प्रेमचंद कृत बहुचर्चित और प्रसिद्ध नौटंकी ‘बूढ़ी काकी’ का मंचन लोकनाट्यविद उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से सम्मानित अतुल यदुवंशी के निर्देशन में होगा। जिसको देश के कई राज्यों में चर्चा और लोकप्रियता हासिल हुई है।

बूढ़ी काकी का नौटंकी रूपांतरण राजकुमार श्रीवास्तव ने किया है और मुख्य किरदार निभाने वाली डॉ सोनम सेठ इस किरदार को जीवंत कर देती हैं। नौटंकी के आरोह-अवरोह को नट-नटी (रँगा-रँगीली) जो गति और दिशा प्रदान करते है उसमें धीरज अग्रवाल के साथ श्रद्धा देशपांडे की गायकी और भावों को भी दर्शकों का स्नेह मिलता है। अन्य भूमिकाओं में पंडित बुद्धिराम और रूपा के किरदार में शहर के सुपरिचित कलाकार नीरज अग्रवाल और प्रिया मिश्रा के बेजोड़ अभिनय के सभी कायल हैं। अतुल यदुवंशी की इस प्रस्तुति में लोकाचारों, लोक भाषा, लोक विन्यास की सोंधी महक के साथ -साथ घर-घर मे वृद्धों की मार्मिक दशा दारुण का चित्रण सभी को सोचने पर मजबूर कर देता है।

भोपाल में हो रहे भारत रंग महोत्सव में नौटंकी “बूढ़ी काकी” का संयोजन युवा अभिनेता कृष्ण कुमार मौर्या कर रहे है।


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