महर्षि दयानंद बलिदान दिवस सोल्लास सम्पन्न
डॉ अजय ओझा।
महर्षि दयानंद ने सोचने की दिशा बदल डाली : अनिल आर्य।
महर्षि दयानंद के आदर्श अपनाएं : सांसद डा.हर्षवर्धन।
नई दिल्ली, 26 अक्टूबर । केन्द्रीय आर्य युवक परिषद के तत्वावधान में आर्य समाज के संस्थापक महर्षि दयानन्द सरस्वती के 139 वें बलिदान दिवस पर आर्य समाज पंजाबी बाग विस्तार दिल्ली में भव्य समारोह का आयोजन किया गया।कार्यक्रम में दिल्ली, गाजियाबाद, नोएडा, इंद्रापुरम, फरीदाबाद, गुरुग्राम व सोनीपत से 500 से अधिक संख्या में श्रद्धालु आर्य जन सम्मिलित हुए।
केन्द्रीय आर्य युवक परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल आर्य ने कहा कि महर्षि दयानंद ने वैचारिक क्रांति का शंखनाद किया और सोचने समझने की दिशा ही बदल डाली।उन्होंने उस समय की कुरूतियों पर सीधा प्रहार किया जो एक साहसिक कार्य था।स्वामी जी पर पत्थर सांप फेंक कर अपमान किए गए लेकिन वह सत्य मार्ग से विचलित नहीं हुए।उन्होंने वेदों की पुनर्स्थापना कर उसका प्रचार प्रसार किया।
सांसद डा. हर्षवर्धन ने अपने संदेश में कहा कि आज महर्षि दयानंद सरस्वती जी के आदर्शो पर चलने की आवश्यकता है उनके स्वतंत्रता आंदोलन व समाज सुधार में योगदान को भुलाया नहीं जा सकता।
समारोह अध्यक्ष आर्य नेता धर्मपाल कुकरेजा ने कहा कि स्वामी जी ने कोई नया धर्म नही चलाया अपितु जो मिलावट धर्म में कर दी गई थी माली की तरह उसकी सफाई का कार्य किया।
राष्ट्रीय मंत्री प्रवीण आर्य ने कहा कि स्वामी दयानन्द से प्रेरणा पाकर हजारो लोग आजादी की लड़ाई में कूद पड़े।आचार्य गवेन्द्र शास्त्री ने अपने ओजस्वी विचार रखते हुए महर्षि दयानंद का गुणगान किया।
कार्यक्रम का शुभारम्भ आचार्य जसवंत शास्त्री ने यज्ञ करवा कर किया व आचार्य महेन्द्र भाई ने संचालन किया।
सुप्रसिद्ध गायक नरेन्द्र आर्य सुमन, सुदेश आर्या, पिंकी आर्या, नरेश खन्ना, रजनी गर्ग, किरण सहगल, मधु खेड़ा, विजय पाहुजा, प्रवीण आर्य गाजियाबाद आदि ने मधुर भजन सुनाये।
प्रमुख रूप से भाजपा नेता यशपाल आर्य, एस के छत वाल, पी एस दहिया, आर पी सूरी, राजीव सूरी, अनिल कपूर, ओम सपरा,यशोवीर आर्य, रामकुमार सिंह, अरुण आर्य, माधव सिंह, दुर्गेश आर्य, सुरेश आर्य, देवेन्द्र भगत,वेद प्रकाश आर्य, डा.विपिन खेड़ा, राधा भारद्वाज, जयसिंह कटारिया, यज्ञवीर चौहान एवं देवेन्द्र गुप्ता आदि उपस्थित थे।16 आर्य महिलाओं को सम्मानित किया गया।